‘प्रतियोगियों ने चेताया, धैर्य की परीक्षा न ले सरकार: आखिर टीजीटी-पीजीटी के प्रतियोगियों का क्या है गुनाह

माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड का गठन न होने से नाराज प्रतियोगियों का क्रमिक अनशन गुरुवार तक चलेगा। 26 जनवरी से इसे बेमियादी अनशन में बदल दिया जाएगा। बुधवार को अनशनकारियों ने अपनी मांग बोर्ड
सचिव के माध्यम से मुख्यमंत्री को भेजी। कई प्रतियोगियों ने कहा कि सरकार उनके धैर्य की परीक्षा न ले।
1प्रतियोगी युवाओं का विरोध लगातार जारी है। मोर्चा संयोजक विक्की खान और कोर कमेटी अध्यक्ष अनिल कुमार पाल ने कहा कि सरकार माध्यमिक प्रतियोगियों से अन्याय कर रही है। मुख्यमंत्री से पूछा कि आखिर टीजीटी-पीजीटी के प्रतियोगियों का गुनाह क्या है। छात्र समूह की अध्यक्ष स्नेहलता कहा कि पूर्ववर्ती सरकारें प्रतियोगी छात्रों की उपेक्षा कर रही थीं इसलिए दोबारा सत्ता में नहीं आ सकीं। वर्तमान में योगी सरकार भी उसी नक्शे कदम पर चल रही है।
अनशनकारियों ने मांग बोर्ड सचिव के माध्यम से मुख्यमंत्री को भेजा
पूछा, आखिर टीजीटी-पीजीटी के प्रतियोगियों का क्या है गुनाह

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