*टेट याचिका ग्राउंड रिपोर्ट लखनऊ उच्च न्यायालय:-*
शासन की ओर से सरकार का पक्ष रखने हेतु आज *एडवोकेट जनरल
(महाधिवक्ता)* जी उपस्थित हुए, सबसे पहले उन्होंने सुप्रीम कोर्ट के उस
ऑर्डर का जिक्र किया, जिसमे चिकित्सा शिक्षा के डेंटल विभाग की परीक्षा में
इस तरह का मामला था और माननीय सर्वोच्च न्यायालय ने उस रिट को डिसमिस कर
दिया था।
इस रिट को दिखाकर सरकार हमारे ऊपर दबाव बनाने का असफल प्रयास कर
रही थी, जो सफल नही हुआ। हमारे पालनहार अधिवक्ता *श्री अमित कुमार सिंह भदौरिया* जी द्वारा पीएनपी की एक कमजोरी पकड़ी गई, जिसमें 22/11/2017 में जारी उत्तर कुंजी को असंवैधानिक करार दिया गया। जिस पर स्वयं सचिव परीक्षा नियामक के पास कोई जवाब नही था, जबकि वो आज कोर्ट रूम में मौजूद थीं। जिस पर जस्टिस चौहान जी द्वारा कमेटी को कांस्टीट्यूट न करके मनमुताबिक संशोधन का कटाक्ष किया गया।
आज फिर जस्टिस चौहान साहब ने सचिव परीक्षा नियामक तथा एडवोकेट जनरल के सामने 16 प्रश्नों को डिस्प्यूट बताया और कहा कि सरकार के न्यायिक प्रक्रिया के सबसे बड़ी ऑफिसर हमारे सामने खड़े हैं, आज की इस बहस में आप सभी समझिये क्या होना चाहिए, जिस पर महाधिवक्ता साहब ने रिलीफ के लिए हामी भरी।
आज की सार्थक बहस में पीएनपी पूरी तरह निरुत्तर हो गयी, इनके द्वारा प्रस्तुत साक्ष्य इन्ही के खिलाफ साबित हो गए, यह मुकदमा अपने निर्णायक मोड़ पर आ चुका है, क्योंकि आज महाधिवक्ता जी ने बहस पूरी कर ली है, कुछ बिंदुओं पर कोर्ट ने रिवियु रिपोर्ट मांगी है, जिसे पीएनपी की ओर से सबमिट किया जाना है, जिसमे पीएनपी की अंतिम आख्या ली जाएगी। उसके बाद अंतिम निर्णय होगा।
याचियों के लिए जस्टिस चौहान ने *आवेदन की तिथि को 25 फरवरी* कर दिया है साथ ही ये भी कहा परीक्षा की तिथि में बदलाव किया जाएगा, जिससे कोर्ट आये सभी याचियों को परीक्षा की तैयारी करने का मौका मिल सके।
*इसी के साथ 26 फरवरी को अंतिम बहस होगी।*
*आकाश पटेल-उन्नाव* *9451683646*
*(प्रदेश विधि सलाहकार ट्रेनी टीचर्स परिवार वेलफेयर एसोसिएशन)*
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*अरुण यादव:-7388999000*
*कुलदीप वर्मा:-9451314507*
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