गुरुवार को समायोजन का आदेश जारी हो सकता है।
कर पाया है। इसके लिए बीएसए दफ्तर बकरीद के अवकाश के दिन बुधवार को खोला गया। समायोजन सूची तैयार करके सीडीओ के समक्ष प्रस्तुत कर दी गई है। सीडीओ से हरी झंडी मिलने के बाद इन शिक्षकों का समायोजन आदेश जारी कर दिया जाएगा।
बीएसए ने बताया कि शासन का मानक है कि न्यूनतम बीस छात्र संख्या पर एक शिक्षक की नियुक्ति होना चाहिए। अगर इस मानक से किसी स्कूल में अधिक शिक्षकों की नियुक्ति है, तो उस स्कूल के कनिष्ठ शिक्षक को वहां से हटाकर नजदीकी स्कूल में नियुक्त किया जाए। इसी मानक के आधार पर जिले के 126 शिक्षकों का समायोजन किया गया है।
जल्द ही सरकारी विद्यालय के भवन निजी स्कूलों को टक्कर देते नजर आएंगे। विभाग ने परिषदीय विद्यालयों के भवनों का कायाकल्प कराने की योजना तैयार की है। इसके तहत विद्यालय परिसर का रंगरोगन कराने के साथ ही उसमें टाइल्स आदि लगवाए जाएंगे। यह सभी काम ग्राम निधि खाते की धनराशि से कराए जाएंगे।
नजी स्कूल की बिल्डिंग दूर से ही लोगों को आकर्षित कर लेती है। जबकि दूसरी ओर सरकार सरकारी विद्यालय में तैनात शिक्षकों के वेतन आदि पर करोड़ों रुपये खर्च करती है। इसके बाद भी विद्यालय निजी स्कूल को दूर-दूर तक टक्कर देते नहीं दिखाते देते हैं। विभाग ने ऐसे विद्यालयों के भवनों का कायाकल्प करने की योजना तैयार की है।
विद्यालय का कायाकल्प करने के बाद दूसरे चरण में शैक्षिक गुणवत्ता सुधारने पर जोर दिया जाएगा। जो प्लान तैयार किया गया है उसके तहत परिषदीय विद्यालय में नियुक्त शिक्षकों का शैक्षिक स्तर जांचा जाएगा। जो भी शैक्षिक स्तर के मापन की कसौटी पर खरा नहीं उतरा तो उसके खिलाफ कार्रवाई कराई जाएगी।
स्कूलों में शिक्षकों की कमी होगी खत्म
सूची तैयार, सरप्लस 126 कनिष्ठ शिक्षकों का होगा दूसरे स्कूलों में समायोजन
सीडीओ से हरी झंडी मिलने के बाद समायोजन का आदेश होगा जारी
अमर उजाला ब्यूरो