इलाहाबाद : एसटीएफ ने बिहार और पश्चिम बंगाल राज्य के शिक्षा बोर्ड की
फर्जी डिग्रियां सप्लाई करने वाले गिरोह का भंडाफोड़ करते हुए सरगना को
गिरफ्तार किया है।
जालसाज बिहार संस्कृत शिक्षा बोर्ड पटना की फर्जी
वेबसाइट बनाकर बिहार शिक्षा बोर्ड तथा द पश्चिम बंगाल काउंसिल आफ रविंद्र
ओपन स्कूलिंग, हायर सेकेंडरी एक्जामिनेशन बोर्ड पश्चिम बंगाल के फर्जी अंक
पत्र, प्रमाणपत्र और अन्य सर्टिफिकेट बेचते थे। गिरोह संचालक के पास से
भारी मात्र में फर्जी अंकपत्र, सर्टिफिकेट, पिस्टल, कार आदि बरामद हुई है।
लाहाबाद एसटीएफ को इस गिरोह के बारे में सूचना मिली। पता चला कि गिरोह ने
फर्जी वेबसाइट तैयार कर ऑनलाइन ठगी भी शुरू कर दी है। सीओ एसटीएफ नवेंदु
कुमार के मुताबिक लोकेशन ट्रेस करने के बाद मंगलवार को एसटीएफ ने धूमनगंज
के मुंडेरा में आइकॉन इंटरनेशनल पब्लिक स्कूल तथा नितेश स्टडी सेंटर के
संचालक नितेश राजपूत को गिरफ्तार कर लिया। नितेश कौशांबी के सरसवां मंझनपुर
के रहने वाले रामसिया राजपूत का बेटा है। वह मुंडेरा में स्कूल और मकान
बनवा कर रहा रहा था। सीओ के मुताबिक, नितेश के स्कूल में छापामारी की गई तो
वहां फर्जी डिग्रियों का भंडार मिला। बाकायदा आफिस चलाकर डिग्रियां सप्लाई
की जा रही थी। 1बरामद फर्जी डिग्रियां और दस्तावेज : दस कूटरचित डिग्रियां
बिहार संस्कृत शिक्षा बोर्ड और वेस्ट बंगाल काउंसिल, नौ डिग्रियां उत्तर
प्रदेश राज्य मुक्त विद्यालय, माध्यमिक स्कूल परीक्षा, चार फर्जी माइग्रेशन
सर्टिफिकेट, एक रजिस्ट्रेशन कार्ड पश्चिम बंगाल बोर्ड, एक एडमिशन कार्ड
पश्चिम बंगाल बोर्ड, 21 फर्जी मार्कशीट तैयार करने को हार्ड प्लेन पेपर,
बार्ड की तीन फर्जी मुहरें, 21 स्क्रीन शॉट वाट्सएप, लैपटाप, मोबाइल,
पिस्टल, कार और कारतूस।1जस्ट डायल से संपर्क में आए जालसाज : एसटीएफ की
गिरफ्त में आए स्कूल संचालक ने पूछताछ में बताया कि आइकॉन स्कूल और उसके
स्टडी सेंटर के नंबर ऑनलाइन जस्ट डायल पर अपलोड हैं। ई मेल जानकार मेरठ के
प्रवीन जैन और अजय ने संपर्क साधा। सीओ एसटीएफ नवेंदु कुमार के मुताबिक,
मेरठ के दोनों जालसाजों ने नितेश को फर्जी डिग्रियां सप्लाई करने के लिए
तैयार कर लिया।