रायबरेली। जिले के प्राथमिक विद्यालयों में शिक्षकों की कमी कुछ हद तक कम होगी, क्योंकि शनिवार को बेसिक शिक्षा परिवार में 102 नए सदस्य और जुड़ गए हैं।
पुलिस लाइन स्थित नगर संसाधन केंद्र (बीईओ दफ्तर) में काउंसलिंग कराई गई तो सभी 102 अभ्यर्थी शामिल हुए, जिनके अभिलेखों की जांच के बाद उन्हें जमा कर लिया गया।
देर शाम सभी अभ्यर्थियों को विद्यालय आवंटित करते हुए नियुक्ति पत्र भी दे दिए गए। इनमें 60 महिलाएं और 42 पुरुष हैं। काउंसलिंग को लेकर पूरे दिन पुलिस लाइन गेट के पास मेले जैसा माहौल रहा।
बेसिक शिक्षा परिषद ने सहायक अध्यापक भर्ती-2018 में पुनर्मूल्यांकन के दौरान अर्ह पाए गए अभ्यर्थियों की सूची जारी की थी, जिसमें 102 अभ्यर्थियों ने रायबरेली जनपद चुना था।
इन सभी को काउंसलिंग के लिए बुलाया गया तो सुबह 9 बजे से नगर संसाधन केंद्र और उसके आसपास मेला लग गया। अलग-अलग काउंटरों पर वर्गवार अभ्यर्थियों ने अपने अभिलेखों को परीक्षण कराने के बाद जमा कराया।
जॉइनिंग पाने वाले नए शिक्षकों में महिलाओं में 40 सामान्य, 17 अन्य पिछड़ा वर्ग, तीन अनुसूचित जाति, पुरुषों में 13 सामान्य, 21 अन्य पिछड़ा वर्ग और आठ अनुसूचित जाति से संबंधित हैं।
बीएसए पीएन सिंह ने बताया कि जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान (डायट) प्राचार्य की अध्यक्षता वाली चयन समिति की निगरानी में काउसिलिंग प्रक्रिया पूरी की गई। सभी अभ्यर्थी उपस्थित हुए, जिन्हें नियुक्ति पत्र भी दे दिए गए हैं।
जारी सूची में बीईओ ने दिखाई मनमानी
काउंसलिंग के लिए तैयार की गई विद्यालयों की सूची में खंड शिक्षा अधिकारियों ने जमकर मनमानी की है। बीईओ ने कम छात्र संख्या वाले स्कूलों को सूची में शामिल किया, जबकि वहां और शिक्षकों की जरूरत नहीं थी।
पट्टी रहस कैथवल, शहजादपुर, राम सांड्, मनपुर कटेहरी, हरिहरपुर, पुरवारा समेत कई स्कूल ऐसे हैं, जहां छात्र संख्या 100 से 200 के बीच है और महज दो शिक्षक पढ़ा रहे हैं, लेकिन इन्हें सूची में जगह नहीं मिली।
ऐसा इसलिए किया गया, ताकि सेटिंग-गेटिंग वाले स्कूलों में अभ्यर्थी आसानी से जॉइनिंग पा सकें। बीएसए पीएन सिंह का कहना है कि जिले में बंद और एकल स्कूल कोई नहीं है। इसीलिए दो शिक्षकों वाले लगभग 600 स्कूलों की सूची बनवाई गई थी। हो सकता है कि कोई स्कूल छूट गया हो, जिसे अगली काउंसलिंग में शामिल कर लिया जाएगा।
पुलिस लाइन स्थित नगर संसाधन केंद्र (बीईओ दफ्तर) में काउंसलिंग कराई गई तो सभी 102 अभ्यर्थी शामिल हुए, जिनके अभिलेखों की जांच के बाद उन्हें जमा कर लिया गया।
देर शाम सभी अभ्यर्थियों को विद्यालय आवंटित करते हुए नियुक्ति पत्र भी दे दिए गए। इनमें 60 महिलाएं और 42 पुरुष हैं। काउंसलिंग को लेकर पूरे दिन पुलिस लाइन गेट के पास मेले जैसा माहौल रहा।
बेसिक शिक्षा परिषद ने सहायक अध्यापक भर्ती-2018 में पुनर्मूल्यांकन के दौरान अर्ह पाए गए अभ्यर्थियों की सूची जारी की थी, जिसमें 102 अभ्यर्थियों ने रायबरेली जनपद चुना था।
इन सभी को काउंसलिंग के लिए बुलाया गया तो सुबह 9 बजे से नगर संसाधन केंद्र और उसके आसपास मेला लग गया। अलग-अलग काउंटरों पर वर्गवार अभ्यर्थियों ने अपने अभिलेखों को परीक्षण कराने के बाद जमा कराया।
जॉइनिंग पाने वाले नए शिक्षकों में महिलाओं में 40 सामान्य, 17 अन्य पिछड़ा वर्ग, तीन अनुसूचित जाति, पुरुषों में 13 सामान्य, 21 अन्य पिछड़ा वर्ग और आठ अनुसूचित जाति से संबंधित हैं।
बीएसए पीएन सिंह ने बताया कि जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान (डायट) प्राचार्य की अध्यक्षता वाली चयन समिति की निगरानी में काउसिलिंग प्रक्रिया पूरी की गई। सभी अभ्यर्थी उपस्थित हुए, जिन्हें नियुक्ति पत्र भी दे दिए गए हैं।
जारी सूची में बीईओ ने दिखाई मनमानी
काउंसलिंग के लिए तैयार की गई विद्यालयों की सूची में खंड शिक्षा अधिकारियों ने जमकर मनमानी की है। बीईओ ने कम छात्र संख्या वाले स्कूलों को सूची में शामिल किया, जबकि वहां और शिक्षकों की जरूरत नहीं थी।
पट्टी रहस कैथवल, शहजादपुर, राम सांड्, मनपुर कटेहरी, हरिहरपुर, पुरवारा समेत कई स्कूल ऐसे हैं, जहां छात्र संख्या 100 से 200 के बीच है और महज दो शिक्षक पढ़ा रहे हैं, लेकिन इन्हें सूची में जगह नहीं मिली।
ऐसा इसलिए किया गया, ताकि सेटिंग-गेटिंग वाले स्कूलों में अभ्यर्थी आसानी से जॉइनिंग पा सकें। बीएसए पीएन सिंह का कहना है कि जिले में बंद और एकल स्कूल कोई नहीं है। इसीलिए दो शिक्षकों वाले लगभग 600 स्कूलों की सूची बनवाई गई थी। हो सकता है कि कोई स्कूल छूट गया हो, जिसे अगली काउंसलिंग में शामिल कर लिया जाएगा।