मैनपुरी। छह माह से जिस खुशी के लिए 68500 शिक्षक भर्ती के आवेदक इंतजार कर
रहे थे आखिर वो पूरी हो गई। बीएसए कार्यालय से पुनर्मूल्यांकन के बाद
चयनित 51 अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र जारी कर दिए गए। नियुक्ति पत्र हाथ
में पाकर नव नियुक्त शिक्षक-शिक्षिकाओं में खुशी की लहर दौड़ गई।
वर्ष 2018 में प्रदेश में की गई 68500 शिक्षक भर्ती में कोर्ट के आदेश के बाद पुनर्मूल्यांकन कराया गया था। कोर्ट के आदेश के बाद हुए पुनर्मूल्यांकन में जिले में 51 शिक्षक-शिक्षिकाओं की शुक्रवार व शनिवार को काउंसलिंग कराई गई थी। रात में ही नियुक्त पत्र जारी करने का जिला प्रशासन का विचार था। लेकिन जिलाधिकारी की व्यस्तता के कारण रात 11:30 बजे नियुक्ति पत्रों को अंतिम रूप दिया जा सका। रविवार की सुबह ही जिला बेसिक शिक्षाधिकारी कार्यालय से नियुक्ति पत्र वितरित करने का कार्य शुरू कर दिया गया। बीएसए के निर्देश पर लिपिक व कर्मचारियों ने नव नियुक्त शिक्षक-शिक्षिकाओं को नियुक्ति पत्र जारी किए गए। छह माह बाद मिले नियुक्ति पत्रों को पाकर चयनितों के चेहरे खुशी से खिल उठे।
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नियुक्ति पत्र तो छह महीने पहले ही मिल जाना चाहिए था। लेकिन परीक्षा समिति की लापरवाही से मामले का कोर्ट में ले जाना पड़ा। छह महीने बाद नियुक्त पत्र मिला है, बहुत अच्छा अनुभव हो रहा है।
दीपा चौहान
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परीक्षा समिति ने यदि गड़बड़ न किया होता तो अब तक तीन लाख से अधिक का वेतन मिल चुका होता। लेकिन छह महीने के इंतजार के बाद नियुक्ति पत्र मिला है तो खुशी और बढ़ गई है। नियुक्ति पत्र पाकर सफलता महसूस हो रही है।
प्रदीप यादव
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छह माह पहले जब नंबर कम दिखे तो बहुत ही निराशा हुई। धन्यवाद देना चाहूंगी कोर्ट को कि पुनर्मूल्यांकन कराने के आदेश दिए। इसके बाद आज नियुक्ति पत्र मिल रहे हैं। बहुत ही खुशी महसूस हो रही है।
संगीता चौहान
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परीक्षा समितियां बहुत ही गड़बड़ कर रही हैं। इसके चलते अभ्यर्थियों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। जो नियुक्ति पत्र छह माह पहले मिलते वह आज मिल रहे हैं। कोर्ट के आदेश के बाद मिले नियुक्ति पत्र पाकर बहुत ही आनंद महसूस हो रहा है।
अंजली राठौर
वर्ष 2018 में प्रदेश में की गई 68500 शिक्षक भर्ती में कोर्ट के आदेश के बाद पुनर्मूल्यांकन कराया गया था। कोर्ट के आदेश के बाद हुए पुनर्मूल्यांकन में जिले में 51 शिक्षक-शिक्षिकाओं की शुक्रवार व शनिवार को काउंसलिंग कराई गई थी। रात में ही नियुक्त पत्र जारी करने का जिला प्रशासन का विचार था। लेकिन जिलाधिकारी की व्यस्तता के कारण रात 11:30 बजे नियुक्ति पत्रों को अंतिम रूप दिया जा सका। रविवार की सुबह ही जिला बेसिक शिक्षाधिकारी कार्यालय से नियुक्ति पत्र वितरित करने का कार्य शुरू कर दिया गया। बीएसए के निर्देश पर लिपिक व कर्मचारियों ने नव नियुक्त शिक्षक-शिक्षिकाओं को नियुक्ति पत्र जारी किए गए। छह माह बाद मिले नियुक्ति पत्रों को पाकर चयनितों के चेहरे खुशी से खिल उठे।
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नियुक्ति पत्र तो छह महीने पहले ही मिल जाना चाहिए था। लेकिन परीक्षा समिति की लापरवाही से मामले का कोर्ट में ले जाना पड़ा। छह महीने बाद नियुक्त पत्र मिला है, बहुत अच्छा अनुभव हो रहा है।
दीपा चौहान
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परीक्षा समिति ने यदि गड़बड़ न किया होता तो अब तक तीन लाख से अधिक का वेतन मिल चुका होता। लेकिन छह महीने के इंतजार के बाद नियुक्ति पत्र मिला है तो खुशी और बढ़ गई है। नियुक्ति पत्र पाकर सफलता महसूस हो रही है।
प्रदीप यादव
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छह माह पहले जब नंबर कम दिखे तो बहुत ही निराशा हुई। धन्यवाद देना चाहूंगी कोर्ट को कि पुनर्मूल्यांकन कराने के आदेश दिए। इसके बाद आज नियुक्ति पत्र मिल रहे हैं। बहुत ही खुशी महसूस हो रही है।
संगीता चौहान
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परीक्षा समितियां बहुत ही गड़बड़ कर रही हैं। इसके चलते अभ्यर्थियों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। जो नियुक्ति पत्र छह माह पहले मिलते वह आज मिल रहे हैं। कोर्ट के आदेश के बाद मिले नियुक्ति पत्र पाकर बहुत ही आनंद महसूस हो रहा है।
अंजली राठौर