69000 शिक्षक भर्ती में फर्जीवाड़े के आरोपी दुर्गेश की तलाश में पुलिस घनचक्कर, प्रतापगढ़ और भदोही में एसटीएफ ने की छापेमारी

दुर्गेश की तलाश में पुलिस घनचक्कर



प्रयागराज। 69 हजार सहायक शिक्षक भर्ती में प्रतापगढ़ का दुर्गेश सिंह नामक एक आरोपी की तलाश में पुलिस घनचक्कर बनी है। अभी तक न तो उसे सोरांव पुलिस गिरफ्तार कर सकी और न ही वह एसटीएफ के चंगुल में आया। स्कूल प्रबंधक चंद्रमा यादव और नामजद आरोपी मायापति के साथ दुर्गेश भी फरार है। बताया जा रहा है कुछ दिन पहले जब दुर्गेश सिंह के बारे में पता चला तो पुलिस की एक टीम ने प्रतापगढ़ में दबिश दी। लोकेशन और मुखबिर की सूचना पर पुलिस एक दुकान पर मौजूद दुर्गेश सिंह को पकड़ लाई। पुलिस ने आरोपी से पूछा तो उसने बताया कि उसका नाम दुर्गेश सिंह है, लेकिन जब जांच शुरू हुई तो पता चला कि इस दुर्गेश का 69 हजार सहायक शिक्षक भर्ती से कोई लेना-देना ही नहीं है। दरअसल, हुआ यूं कि फर्जीवाड़ा करने वाले दुर्गेश ने प्रतापगढ़ में एक दुकानदार दुर्गेश सिंह से दोस्ती की। उसी की दुकान पर अभ्यर्थियों को अपने काम के लिए बुलाता था। लोग सोचते थे यही दुर्गेश सिंह का मकान और दुकान है। जबकि अपना ठिकाना छिपाने के लिए उसने ऐसा किया।

प्रतापगढ़ और भदोही में एसटीएफ ने की छापेमारी


प्रयागराज। 69000 शिक्षक सहायक भर्ती में वांछित स्कूल संचालक चंद्रमा यादव समेत अन्य की तलाश में सोमवार को एसटीएफ ने प्रतापगढ़, भदोही समेत तीन जिलों में छापेमारी की। पुलिस ने शक के आधार पर कुछ संदिग्धों को पकड़कर पूछताछ भी की है। एसटीएफ की एक टीम दूसरे जिलों में छापेमारी कर रही है। देर रात तक कोई आरोपी पकड़ा नहीं जा सका था। चंद्रमा यादव की तलाश में रविवार को भी एसटीएफ ने धूमनगंज और कौशांबी में छापेमारी की थी, लेकिन वह पकड़ में नहीं आया। सोमवार को भी एसटीएफ की एक टीम ने प्रतापगढ़ में छापेमारी की। बताया जा रहा है कि वहां दुर्गेश के अलावा डॉक्टर कृष्ण लाल पटेल के कई करीबी हैं। प्रतापगढ़ के कई अभ्यर्थियों की सूचना पर एसटीएफ कार्रवाई कर रही है। इसके अलावा एसटीएफ ने नामजद फरार आरोपी मायापति की तलाश में भदोही में भी दबिश दी।