सिद्धार्थनगर : गुरुवार को निवर्तमान शिक्षक विधायक ध्रुव कुमार त्रिपाठी ने कस्बा में स्थित अपने आवास पर एक दिवसीय उपवास रखा। उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी के मद्देनजर शिक्षकों व अन्य कर्मचारियों का डीए समेत अन्य भत्ते सरकार द्वारा समाप्त कर दिया गया।
यह कर्मचारियों के साथ छल है। प्राथमिक व माध्यमिक के शिक्षकों से कोरोना महामारी में बिना किसी सुरक्षा व बीमा के कार्य लिया जा रहा हैं। जबकि इसी कार्य में लगे सफाई कर्मी, होमगार्ड, स्वास्थ्य कर्मी, पुलिस के जवानों का सरकार ने बीमा से आच्छादित कराया है। कहा कि प्रदेश के वित्तविहीन शिक्षक लॉकडाउन अवधि में वेतन से वंचित है। पिछले वर्ष के उत्तर पुस्तिका मूल्यांकन का पारिश्रमिक तमाम शिक्षकों को अभी तक नही मिला है। गोरखपुर में एक शिक्षक की मूल्यांकन की अवधि में ही मृत्यु हो गई। बदायूं में चार शिक्षक मूल्यांकन के दौरान कोरोना संक्रमित हो गए, फिर भी सरकार संवेदनहीनता की पराकाष्ठा को पार करते हुए जबरन उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन कराने में जुटी है। समर्थन में प्रधानाचार्य चंद्रभान त्रिपाठी, संजय गुप्ता, राम उजागिर पांडेय, रामायण मिश्रा, वीरेंद्र पांडेय ने भी उपवास रखा।
यह कर्मचारियों के साथ छल है। प्राथमिक व माध्यमिक के शिक्षकों से कोरोना महामारी में बिना किसी सुरक्षा व बीमा के कार्य लिया जा रहा हैं। जबकि इसी कार्य में लगे सफाई कर्मी, होमगार्ड, स्वास्थ्य कर्मी, पुलिस के जवानों का सरकार ने बीमा से आच्छादित कराया है। कहा कि प्रदेश के वित्तविहीन शिक्षक लॉकडाउन अवधि में वेतन से वंचित है। पिछले वर्ष के उत्तर पुस्तिका मूल्यांकन का पारिश्रमिक तमाम शिक्षकों को अभी तक नही मिला है। गोरखपुर में एक शिक्षक की मूल्यांकन की अवधि में ही मृत्यु हो गई। बदायूं में चार शिक्षक मूल्यांकन के दौरान कोरोना संक्रमित हो गए, फिर भी सरकार संवेदनहीनता की पराकाष्ठा को पार करते हुए जबरन उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन कराने में जुटी है। समर्थन में प्रधानाचार्य चंद्रभान त्रिपाठी, संजय गुप्ता, राम उजागिर पांडेय, रामायण मिश्रा, वीरेंद्र पांडेय ने भी उपवास रखा।