जनपद में बेसिक शिक्षा परिषद के परिषदीय प्राथमिक और उच्च प्राथमिक स्कूलों को खोल दिया गया है। इस दौरान स्कूल के प्रधानाध्यापक और शिक्षकों को रोजाना स्कूल जाना होगा। इस दौरान स्कूल के छात्र-छात्राओं को एमडीएम की प्रतिपूर्ति के रूप में खाद्यान्न और परिवर्तन लागत समेत कई काम को करना होगा। इस संबंध में सभी बीईओ को आदेश जारी कर दिए गए हैं।
जनपद में 1802 परिषदीय प्राथमिक और उच्च प्राथमिक स्कूल संचालित हो रहे हैं, जिसमें 198162 छात्र-छात्राएं पढ़ाई कर रहे हैं। इन बच्चों को पाठ्य पुस्तक, मिडडेमील समेत कई योजनाओं का लाभ दिया जा रहा है। कोरोना वायरस के चलते स्कूलों में छुट्टी चल रही है। अब सरकार ने मध्याहन भोजन योजना के तहत सभी प्राथमिक व उच्च प्राथमिक स्कूलों के छात्र-छात्राओं को एमडीएम की प्रतिपूर्ति के रूप में खाद्यान्न और परिवर्तन लागत उपलब्ध कराई जाएगी। इसी वजह से स्कूलों को खोला गया है। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी देवेंद्र स्वरूप ने बताया कि कन्वर्जन कास्ट और खाद्यान्न उपलब्ध कराने के लिए परिषदीय स्कूलों को खोला गया है। इन स्कूलों में प्रधानाध्यापक और सभी शिक्षक रोजाना हाजिरी लगाएंगे, लेकिन अनुदेशक और शिक्षामित्र स्कूल नहीं जाएंगे।