प्रयागराज : परिषदीय स्कूलों में पढ़ाई का स्तर बढ़ाने (लर्निंग आउटकम) व स्कूलों की निगरानी की कमान एआरपी (एकेडमिक रिसोर्स पर्सन) को देने का निर्णय एक साल पहले लिया जा चुका है।
योजना के तहत प्रत्येक विकासखंड में पांच एआरपी तैनात होने हैं। जनपद में कुल 105 एआरपी चुनकर एकेडमिक रिसोर्स ग्रुप का गठन किया जाना था। अब तक यह संख्या पूरी नहीं हो सकी है। खास बात यह कि तीन चरण की चयन प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। चौथे चरण में भी मात्र नौ आवेदन आए है।जिला समन्वयक प्रशिक्षण डॉ. विनोद मिश्र ने बताया कि 105 एआरपी के सापेक्ष मात्र 93 का चयन हो सका है। ऐसा शिक्षकों की उदासीनता के कारण हो रहा है। स्कूलों के शिक्षक एआरपी के चयन के लिए रुचि नहीं ले रहे हैं। वर्तमान में चौथे चरण की चयन प्रक्रिया चल रही है। इसके लिए 16 दिसंबर तक आवेदन का अवसर था। अब 28 दिसंबर को सभी शिक्षकों की लिखित परीक्षा कराई जाएगी। माइक्रो टीचिंग व साक्षात्कार भी होगा। जो शिक्षक उपयुक्त होंगे उन्हीं का चयन किया जाएगा। फिलहाल अभी सिर्फ नौ आवेदन आए हैं और 12 पद रिक्त हैं। इससे साफ है कि चौथे चरण के बाद भी जिले में एआरपी की संख्या पूरी नहीं होगी।
’>>कुल 105 एआरपी चुनकर एकेडमिक रिसोर्स ग्रुप का गठन होना था
’>>अब तक सिर्फ 93 एआरपी का हो सका है गठन
प्रत्येक स्तर पर चाहिए 60 फीसद अंक
डॉ. विनोद मिश्र ने बताया कि एआरपी के लिए जिन शिक्षकों ने आवेदन किया है उन्हें लिखित परीक्षा देनी होगी। प्रत्येक अभ्यर्थी को 60 फीसद अंक हासिल करना होगा। माइक्रो टीचिंग व साक्षात्कार होगा। दोनों स्तरों पर भी अभ्यर्थी को 60 प्रतिशत अंक प्राप्त करना होगा। ऐसा न होने पर अभ्यíथयों का चयन नहीं हो सकेगा।