पीलीभीत: आरोपी की गिरफ्तारी किए जाने समेत कई मांगों को लेकर पूर्व माध्यमिक अनुदेशक कल्याण समिति से जुड़े अनुदेशकों ने ब्लाक संसाधन केंद्र पर धरना देकर विरोध जताया। संगठन ने निर्वाचन आयोग से मृतक परिवार को बीस लाख रुपये की आर्थिक सहायता दिए जाने की मांग की है।
ब्लाक संसाधन केंद्र बरखेड़ा परिसर में अनुदेशक कल्याण समिति के जिलाध्यक्ष सुरेंद्रपाल गंगवार की अध्यक्षता में अनुदेशकों ने धरना देकर विरोध जताया। बरखेड़ा ब्लॉक इकाई के अध्यक्ष विक्रमपाल सिंह ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को अपनी मांगों को लिखकर एक शिकायती पत्र जिला निर्वाचन अधिकारी को सौंपकर कार्रवाई की मांग की। पत्र में कहा गया कि शारीरिक शिक्षा के अनुदेशक सूरजपाल वर्मा पूर्व माध्यमिक विद्यालय कबूलपुर में पंचायत निर्वाचन के बीएलओ पद पर तैनात थे। ग्राम कबूलपुर निवासी एक व्यक्ति ने 24 दिसंबर को बीएलओ पर फर्जी वोट बनाने का दबाव बनाया। बीएलओ के मना करने पर बीएलओ सूरजपाल के साथ बदसलूकी के साथ मारपीट की। आहत होकर सूरजपाल का स्वास्थ्य खराब हो गया। अस्पताल में डॉक्टर ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। जिलाध्यक्ष ने बताया कि मृतक अनुदेशक के साथ हुई घटना को लेकर संगठन ने सरकार के सामने कई मांगें रखी हैं। संगठन की मांग है कि आरोपी की तुरंत गिरफ्तारी कराई जाए। पीड़ित परिवार को तत्काल बेसिक शिक्षा विभाग अथवा निर्वाचन आयोग की ओर से बीस लाख रुपये की आर्थिक सहायता प्रदान की जाए। बीएलओ ड्यूटी पर लगे संविदा कर्मचारी अनुदेशक और शिक्षामित्रों को ड्यूटी से मुक्त किया जाए। उन्हें सुरक्षा प्रदान की जाए। उन्होंने कहा कि अधिकतर अनुदेशक दुर्घटना के शिकार हो रहे हैं। कुछ अनुदेशक अल्प मानदेय में ही कमरे किराए पर लेकर रहने को विवश हैं, जिससे आर्थिक समस्या के साथ मानसिक अवसाद के शिकार हो जाते हैं। धरने में संगठन के काफी संख्या में कार्यकर्ता मौजूद रहे।
बीएलओ के तौर पर बरखेडा में काम कर रहे अनुदेशक की मौत मामले में पोस्टमार्टम रिपोर्ट आ गई है। इसमें चोट आदि का कहीं उल्लेख नहीं है। ऐसे में यह हत्या का मामला नहीं है। बिसरा प्रजर्व किया गया है।
- जय प्रकाश, एसपी