सरकार के खिलाफ अभ्यर्थियों ने खोला मोर्चा, इन्टरनेट पर छेड़ी मुहीम

 प्रयागराज : उत्तर प्रदेश लोकसेवा आयोग के बहाने प्रतियोगी छात्र प्रदेश सरकार पर हमलावर हैं। आयोग की कार्यप्रणाली का विरोध करने वाले प्रतियोगी सरकार को घेर रहे हैं। इंटरनेट मीडिया में ‘जरा याद करो वादा’

नामक मुहिम चलाई जा रही है। ट्विटर, फेसबुक व वाट्सएप ग्रुपों में भाजपा नेताओं के 2016 व 2017 में दिए गए भाषणों वाला वो वीडियो डाला जा रहा है, जिसमें वह सरकार बनने पर आयोग का समस्त भ्रष्टाचार खत्म करने का वादा कर रहे हैं। इसके साथ पीसीएस यानी सम्मिलित राज्य/प्रवर अधीनस्थ सेवा परीक्षा-2018 के कुछ अभ्यर्थियों का अंक पत्र भी पोस्ट किया जा रहा है, जिसके अंकों में काफी विषमताएं हैं। प्रतियोगी इसके जरिए पीसीएस-2018 में धांधली होने का आरोप लगा रहे हैं।



यूपीपीएससी ने 19 जनवरी को पीसीएस-2018 के अभ्यर्थियों का अंक पत्र जारी किया था। उसे देखकर अभ्यर्थियों ने परीक्षा में स्केलिंग नहीं होने का आरोप लगाना शुरू कर दिया। तर्क दिया जा रहा है कि स्केलिंग होने पर दशमलव में अंक आता है। लेकिन, इस बार वैसा नहीं है। क्षैतिज आरक्षण भी नियमानुसार लागू न होने का आरोप लगाया जा रहा है। इंटरनेट मीडिया में मुहिम चलाने वाले प्रतियोगी छात्र संघर्ष समिति के अध्यक्ष अवनीश पांडेय का कहना है कि आयोग के मनमाना निर्णय से हजारों प्रतियोगियों का भविष्य चौपट हो गया है। संघ लोकसेवा आयोग की तर्ज पर यूपीपीएससी नियम तो बना रहा है। लेकिन, अनुरूप अभ्यर्थियों का सहूलियत नहीं दी जा रही है। यह मनमाना निर्णय बर्दाश्त नहीं होगा। कहा कि हम सत्ता में बैठे भाजपा नेताओं को उनका वादा याद दिला रहे हैं। वहीं, आयोग सचिव जगदीश का कहना है कि पीसीएस का परिणाम नियमानुसार जारी किया गया है।

वेबसाइट पर नहीं दिख रहा कई अभ्यर्थियों का अंक पत्र : यूपीपीएससी की ओर से जारी पीसीएस-2018 के अंक पत्र कई अभ्यर्थियों को नहीं दिख रहा है। करीब 100 से अधिक अभ्यर्थी ऐसे हैं जिनका अंकपत्र वेबसाइट से गायब है। अंक पत्र 25 जनवरी तक वेबसाइट पर रहेगा। लेकिन, उसके न दिखने से अभ्यर्थी परेशान हैं। कइयों ने इसकी शिकायत आयोग से की है। आयोग के सचिव जगदीश का कहना है कि तकनीकी दिक्कत के कारण ऐसी समस्या आई होगी। शनिवार को उसकी जांच कराई जाएगी। अभ्यर्थी आयोग के मेल पर अपनी शिकायत दर्ज करा दें, उसका निस्तारण किया जाएगा।