चार साल के लंबे इंतजार के बाद उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड ने एडेड माध्यमिक कॉलेजों में टीजीटी-पीजीटी भर्ती का ऐलान किया। 15508 पदों के लिए आवेदन शुरू हुए लेकिन, 20 दिन बाद ही विज्ञापन रद कर दिया गया, लेकिन दो माह में दो संशोधन करके नया विज्ञापन जारी नहीं किया जा सका है। चयन बोर्ड वेबसाइट दुरुस्त करने में जुटा है। इससे भर्ती की गाड़ी जरूर बेपटरी हो रही है। इससे हजारों प्रतियोगी परेशान हैं। उनका कहना है कि दो संशोधन में जब इतना वक्त लगेगा तो भर्ती कब और कैसे पूरा होगी यह अनुमान लगाना बेमानी है।
उत्तर प्रदेश के चार हजार से अधिक अशासकीय सहायताप्राप्त (एडेड) माध्यमिक कॉलेजों में प्रवक्ता व प्रशिक्षित स्नातक शिक्षक के रिक्त पद बड़ी संख्या में खाली हैं। 2019 में पहली बार चयन बोर्ड ने सभी जिलों से आनलाइन आवेदन लिए थे। 29 अक्टूबर को इसका विज्ञापन जारी हुआ। टीजीटी के 12913 व पीजीटी के 2595 पद रहे हैं। इसके लिए आनलाइन आवेदन भी शुरू हुए। 18 नवंबर को चयन बोर्ड ने घोषित विज्ञापन रद कर दिया।
वेबसाइट दुरुस्त होते ही आएगा संशोधित विज्ञापन : चयन बोर्ड ने विज्ञापन रद कर कहा कि तदर्थ शिक्षकों को लिखित परीक्षा में प्रतियोगियों के बराबर ही अंक देने व टीजीटी में जीव विज्ञान विषय को शामिल करने के लिए विज्ञापन रद हो रहा है, जल्द संशोधित विज्ञापन जारी होगा। इसका दो माह हो गया है, अब तक संशोधित विज्ञापन जारी नहीं हो सका है। चयन बोर्ड के उप सचिव नवल किशोर का कहना है कि वेबसाइट दुरुस्त होते ही जल्द संशोधित विज्ञापन आएगा।
पहली बार तदर्थ शिक्षक परीक्षा में देंगे : एडेड माध्यमिक कॉलेजों की भर्ती में शीर्ष कोर्ट के आदेश पर पहली बार तदर्थ शिक्षकों को लिखित परीक्षा में शामिल होना है। उन्हें चयन बोर्ड अधिकतम व प्रतिवर्ष भारांक देने का भी ऐलान कर चुका है। परीक्षा में तदर्थ शिक्षकों का प्रति प्रश्न मूल्यांकन प्रतियोगियों से कम रखा गया था। अब इसे ही दुरुस्त किया जाना है।
जीव विज्ञान के पद विज्ञान से अलग : चयन बोर्ड ने पहले टीजीटी जीव विज्ञान विषय के पद घोषित नहीं किए थे, सिर्फ विज्ञान विषय के लिए आवेदन मांगे गए थे। विज्ञापन रद करने के बाद जीव विज्ञान के लिए अधियाचन लिया गया है। चर्चा है कि विज्ञान के पदों में से ही जीव विज्ञान के पद भी घोषित होंगे। सभी की निगाहें संशोधित विज्ञापन पर लगी है।