केंद्रीय शिक्षा मंत्री डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक ने कहा कि नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति 21वीं सदी के नए भारत का 'विज़न डॉक्यूमेंट' है और पूरे विश्व को भारत से बहुत उम्मीदें हैं और हम 'टैलेंट और टेक्नोलॉजी' के माध्यम से दुनिया को बहुत कुछ दे सकते हैं।
डॉ. निशंक ने कुवैत में भारतीय प्रवासी परिषद द्वारा आयोजित राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) पर आयोजित कार्यक्रम को ऑनलाइन संबोधित करते हुए कहा कि नई शिक्षा नीति भारत को ज्ञान महाशक्ति एवं एक वैश्विक नेता के रूप में स्थापित करेगी क्योंकि यह अतीत के साथ साथ भविष्य को भी जोड़ती है और यह समग्र एवं बहु-विषयक शिक्षा का मार्ग प्रशस्त करती है। केंद्रीय मंत्री ने इस आयोजन पर हर्ष व्यक्त करते हुए कहा कि कुवैत में भारतीय प्रवासी परिषद में राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के संबंध में यह कार्यक्रम इस बात का सूचक है कि हमारे प्रवासी भारतीय देश से दूर होकर भी भारत की मिट्टी और भारत की नीतियों से गहराई से जुड़े हुए हैं और यहां होने वाले हर घटनाक्रम के प्रति जागरूक है।