प्रयागराज : प्रतियोगियों के भविष्य पर कोरोना संक्रमण रोड़ा बन गया है। कोरोना के कारण भर्ती परीक्षाएं लगातार स्थगित हो रही हैं। वहीं, चयनित अभ्यर्थियों को नियुक्ति देने की प्रक्रिया भी सुस्त है। उत्तर प्रदेश लोकसेवा आयोग, कर्मचारी चयन आयोग ने कई भर्तियों का परिणाम जारी कर दिया है। लेकिन, चयनितों को नियुक्ति नहीं मिल रही है। दफ्तरों में कर्मचारियों की कम मौजूदगी के कारण नियुक्ति देने की प्रक्रिया अपेक्षा से काफी धीमी चल रही है। इससे
चयनित अभ्यर्थियों का भविष्य अधर में फंसा है। यूपीपीएससी ने पिछले कुछ महीनों में कई परीक्षाओं का परिणाम जारी किया है। लेकिन, उसके चयनितों को नियुक्ति नहीं मिल पायी है। एसीएफ/आरएफओ यानी सहायक वन संरक्षक/क्षेत्रीय वन अधिकारी-2020 के 12, डायट प्रवक्ता के 45, प्रवक्ता राजकीय डिग्री कालेज के 712, एलटी ग्रेड-2018 के तहत हंिदूी के 1400 व सामाजिक विज्ञान विषय के 1851, प्रवक्ता राजकीय इंटर कालेज के 17, आरओ/एआरओ-2016 के 260, प्राविधिक शिक्षा विभाग के अंतर्गत प्रवक्ता कंप्यूटर के 74 चयनितों को नियुक्ति नहीं मिली है। इसमें अधिकतर के शैक्षिक दस्तावेजों का सत्यापन नहीं हुआ है, जबकि कुछ की नियुक्ति शासन स्तर पर रुकी है। वहीं, कर्मचारी चयन आयोग के सेलेक्शन पोस्ट-2020 के तहत 19,589 सफल अभ्यर्थियों के बाद शैक्षिक दस्तावेजों का सत्यापन रुका है। इसके कारण आगे की प्रक्रिया रुकी है। मौजूदा स्थिति को देखते हुए लग रहा है कि चयनितों को नियुक्ति मिलने में अभी काफी समय लगेगा।