लखनऊ: सरकार ने कोराना ड्यूटी के लिए कोरोना योद्धाओं को प्रोत्साहित करने के लिए अतिरिक्त मानदेय का आदेश गुरुवार को जारी कर दिया। इसमें डाक्टर, नर्स, पैरामेडिकल स्टाफ और सफाई कर्मियों संग लैब में कार्यरत कार्मिक और चिकित्सा छात्र-छात्रओं को भी प्रोत्साहन राशि दी जाएगी। बुधवार को ही कैबिनेट ने चिकित्सा शिक्षा विभाग के प्रस्ताव को स्वीकृति दी थी।
इसके तहत कोविड अस्पतालों में कार्यरत डाक्टरों, नर्सों, पैरामेडिकल स्टाफ और सफाईकर्मियों (नियमित अथवा आउटसोर्सिंग) को दिए जा रहे मूल वेतन व नियत मानदेय पर 25% अतिरिक्त प्रोत्साहन धनराशि का भुगतान किया जाएगा। एमबीबीएस इंटर्न को 500 रुपये, एमएससी नर्सिंग छात्र-छात्रओं को 400 रुपये, बीएससी नर्सिंग छात्र-छात्रओं को 300 रुपये, एमबीबीएस अंतिम वर्ष और जीएनएम छात्र-छात्रओं को 300 रुपये प्रतिदिन दैनिक मानदेय पर तैनात किया जाएगा।
निजी क्षेत्र के एवं सेवानिवृत्त डाक्टर, नर्स, पैरामेडिकल स्टाफ को भी प्रेरित करने के उद्देश्य से उन्हें भी मानदेय के आधार पर लगाया जाएगा। इसके लिए उन्हें नेशनल हेल्थ मिशन द्वारा स्वीकृत मानदेय एवं उस पर 25} अतिरिक्त प्रोत्साहन राशि दी जाएगी। ऐसे कर्मियों की नियुक्ति प्रधानाचार्य या संस्थान के निदेशक करेंगे। इन्हें महीने में न्यूनतम 14 दिनों की कोविड वार्ड में ड्यूटी अनिवार्य रूप से करनी होगी। कार्मिकों के लिए सृजित पदों की संख्या बाधक नहीं होगी किंतु डाक्टर की संख्या 10 बेड पर एक, नर्सों की संख्या सात बेड पर एक, वार्ड ब्वाय व सफाई कर्मियों की संख्या 15 बेड पर एक से अधिक नहीं होगी। वहीं, सैंपल की जांच के लिए लैब और उनसे संबंधित क्षेत्रों में तैनात मालिक्यूलर माइक्रोबायोलाजिस्ट, लैब टेक्नीशियन, डाटा एंट्री आपरेटर, लैब अटेंडेंट को मूल वेतन या मानदेय की राशि पर 10% अतिरिक्त प्रोत्साहन राशि दी जाएगी। यह प्रोत्साहन धनराशि चिकित्सा शिक्षा एवं चिकित्सा स्वास्थ्य विभाग के अंतर्गत आने वाले राजकीय चिकित्सालयों में ही लागू होगी। साथ ही यह पैसा कोविड वार्ड या लैब में ड्यूटी दिवसों के आधार पर दी जाएगी। एक्टिव क्वारंटाइन की अवधि को भी ड्यूटी दिवसों में ही जोड़ा जाएगा। फिलहाल यह योजना एक मई से 31 जुलाई तक के लिए है।
मई से लागू होगी योजना सरकार ने जारी किए आदेश