लखनऊ : आधार कार्ड अब फर्जी परीक्षार्थियों पर नकेल कसने का सशक्त माध्यम बन गया है। परिषदीय स्कूलों की छात्र संख्या व अन्य सरकारी योजनाओं में सेंधमारी करने वालों की इसी के जरिये पहचान हुई है। यही वजह है कि एडेड माध्यमिक कालेजों की अब तक की सबसे बड़ी शिक्षक भर्ती परीक्षा में प्रवेशपत्र के साथ आधार को भी अनिवार्य कर दिया गया है। इसके बिना परीक्षार्थियों को इम्तिहान देने की अनुमति नहीं होगी।
पहली बार भर्ती परीक्षा में आधार जरूरी होने का एक कारण यह भी है कि विधानसभा चुनाव सिर पर है। प्रदेश के 4512 अशासकीय सहायताप्राप्त (एडेड) माध्यमिक कालेजों में प्रवक्ता के 2595 व प्रशिक्षित स्नातक शिक्षक के 12603 पद खाली हैं। माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड पहली बार इतने अधिक पदों के लिए चयन कर रहा है, दावेदार भी करीब 15 लाख हैं।