चप्पल कांड में शिक्षक ने पहले ही जताई थी विवाद की आशंका, जांच समिति में ये शामिल

 इटबा। खुनियाव ब्लॉक में शिक्षक को महिला शिक्षामित्र ने चप्पल से पीटा था। इस घटना की वीडियो वायरल होने के बाद जांच में नए खुलासे हो रहे हैं। मारपीट की घटना तात्कालिक नहीं थी बल्कि इसको आशंका पहले ही जताई गई थी। बीईओ खुनियाब ने मामले को गंभीरता से लिया होता तो मारपीट से पहले ही विवाद शांत हो जाता। अब शिक्षक ने चेतावनी दी है कि निष्पक्ष जांच नहीं की गई तो आत्महत्या करने को मजबूर होंगे।


ग्राम पंचायत धोबहा के राजस्व ग्राम अगरदीडीह में स्थित प्राथमिक विद्यालय के प्रधानाध्यापक मनोज कुमार यादव ने कहा कि उन्होंने घटना घटित होने की आशंका जाहिर करते हुए पहले ही बीईओ खुनियांव को मामले की जानकारी दी थी। मामला दो लोगों के बीच नहीं बल्कि त्रिकोणीय है। प्रधानाध्यापक मनोज कुमार यादव ने आरोप लगाया कि सहायक शिक्षक तेजपाल सिंह को अनुपस्थिति के बाबजूद उनका 23 व 24 जुलाई को शिक्षामित्र ने हस्ताक्षर बना दिया। विरोध करने पर 26 जुलाई को तेजपाल सिंह के विद्यालय में आने पर उनसे और तेजपाल के बीच कहासुनी हों गई, जिसकी लिखित सूचना उन्होंने दो अगस्त को एबीएसए खुनियांव को उनके इटवा स्थित कार्यालय पर जाकर दी। मगर सूचना को गंभीरता से न लिए जाने के कारण सूचना देने के दूसरे दिन तीन अगस्त को विद्यालय के ही शिक्षक द्वारा इस घटना को कराई गई और बीडीओ बनाकर वायरल किया गया। ग्रामीणों की माने तो शुक्रवार को विद्यालय पर केवल मनोज कुमार ही उपस्थित आए और शिक्षक तेजपाल सिंह व शिक्षामित्र विधालय से विरत रहे। इस संबंध में एबीएसए खुनियांज कुंबर विक्रम पांडेय का कहना है कि शिक्षक तेजपाल सिंह व शिक्षामित्र घटना के दूसरे दिन से अनुपस्थित हैं। इनके द्वारा विद्यालय पर जाने से किसी अनहोनी की आशंका जताई गई है।

जांच समिति में ये शामिल

पिटाई मामले की विभागीय जांच के लिए तीन सदस्यीय कमेटी बनाई गई है।
उसमें अनिल मिश्र खंड शिक्षा अधिकारी बर्डपुर, धीरेंद्र कुमार त्रिपाठी खंड शिक्षा
अधिकारी मिठवाल, विजय आनंद खंड शिक्षा अधिकारी जोगिया को शामिल
किया गया है। इनकी जांच रिपोर्ट के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।