इस फर्म की अपनी कोई प्रिंटिंग प्रेस ही नहीं है, यह फर्म ऑनलाइन परीक्षा कराती है
नोएडा।
यूपी टीईटी परीक्षा में पेपर प्रिंट कराने में पूरी तरह से लापरवाही बरती गई और दोस्ती के चलते ऐसी फर्म को पेपरों की प्रिटिंग का ठेका दे दिया गया। इसकी अपनी प्रिंटिंग प्रेस तक नहीं थी। इसके लिए जारी किए गए पत्र पर जो पता दिया गया था। वहां पर दिल्ली में सालों से बीयर का गोदाम चल रहा है।
टीईटी का पेपर छापने का ठेका राय अनूप प्रसाद की फर्म आरएसएम फिन सर्व लिमिटेड 13 करोड़ रुपये में दिया गया था। जिसे 23 लाख पेपर छापने थे। इसकी फर्म का पता बी-2/68, मोहन कॉपरेटिव एरिया, फेस-2 बदरपुर नई दिल्ली के नाम ही ऑर्डर जारी हुआ था। इस पते पर जब फर्म की सत्यता की जांच की गई तो खुलासा हुआ कि इस फर्म की अपनी कोई प्रिंटिंग प्रेस ही नहीं है, बल्कि यह फर्म ऑनलाइन परीक्षा कराती है।
एसटीएफ के अधिकारियों की मानें तो परीक्षा नियामक प्राधिकारी सचिव संजय उपाध्याय और राय अनूप प्रसाद पुराने दोस्त हैं और इसी दोस्ती के चलते यह ठेका बिना किसी जांच के दे दिया गया और यह भी नहीं देखा गया कि जिसे ठेका दिया जा रहा है उसके पास प्रिटिंग प्रेस है भी या नहीं। इसको लेकर राय अनूप प्रसाद और संजय उपाध्याय को आमने-सामने बैठाकर भी एसटीएफ पूछताछ कर चुकी है।
उन्होंने अपनी रिपोर्ट में भी इस लापरवाही का उल्लेख किया है। पुलिस अधिकारियों की मानें तो इन दोनों के मध्य दोस्ती तब से है जब संजय उपाध्याय गौतमबुद्धनगर जिले में डायट के प्राचार्य के पद पर रहे थे। उनकी नोएडा में अक्सर एक फाइव स्टार होटल में मुलाकाते होती रही हैं। इसी दोस्ती के चलते टीईटी पेपर की छपाई का काम राय अनूप प्रसाद को मिला और उसने सरकार से ठेका लेकर चार अन्य प्रिटिंग प्रेस को पेपर छापने के लिए दे दिए, जहां से हुई लापरवाही के चलते यह पेपर लीक हुआ और इस मामले में अभी तक एसटीएफ 36 लोगों की गिरफ्तारी कर चुकी है।
आदेश में दर्शाये गए पते पर है बीयर का गोदाम
राय अनूप प्रसाद की फर्म को जो आदेश जारी किया गया था। उसमें फर्म का पता पता बी-2/68, मोहन कॉपरेटिव एरिया, फेस-2 बदरपुर नई दिल्ली है, जो फरीदाबाद बॉर्डर के पास इंडस्ट्रियल एरिया में है। इस पते पर वर्तमान में दिल्ली का एक बड़ा बीयर का गोदाम है और यह फर्म ऑनलाइन परीक्षा केन्द्र चलाती है। इस चार मंजिला इमारत के बाहर आरएसएम फिनसर्व लिमिटेड का बोर्ड लगा हुआ है। बिल्डिंग के दोनों गेट बंद थे। वहां पर सिर्फ एक व्यक्ति था, जिसने अपना नाम सुनील बताया और उससे एसटीएफ द्वारा बताये गये पते की पुष्टि करने के बाद जब पूछा गया कि यहां पर कोई प्रिंटिंग प्रेस है तो उसने यहां पर प्रेस होने से इंकार करते हुए कहा कि वह पिछले करीब तीन साल से यहां पर सफाई का काम करता है, लेकिन यहां पर उसने कभी कोई प्रिंटिंग प्रेस नहीं देखी। यह तो बीयर का गोदाम है, जहां से ठेकों पर बीयर की सप्लाई होती है।
पहले चलता था कॉलेज
इसके पड़ोस में स्थित अन्य फैक्ट्री के कर्मी ने बताया कि वह पिछले करीब 15 साल से यहां पर नौकरी करता है। उनके अनुसार करीब 10 से 11 साल पहले यह बिल्डिंग बनी थी जिसमें प्रारम्भ में होटल मैनेजमेंट का कोर्स कराने वाला एक कॉलेज चलता था, जो करीब चार साल तक चला, उसके बाद से यहां पर बीयर का गोदाम है। इसी बिल्डिंग के एक हिस्से में ऑनलाइन परीक्षा का सेंटर भी है और इसके लिए कंप्यूटर लैब भी बनी है। यहां पर यूपी पुलिस, रेलवे और अन्य महकमों से जुड़ी ऑनलाइन परीक्षाएं आयोजित होती हैं लेकिन यहां पर प्रिटिंग प्रेस कभी नहीं रही।