मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शासन के वरिष्ठ अफसरों के साथ पहली बैठक में प्राथमिकताएं भी तय कर दी हैं। उन्होने अफसरों को निर्देश दिया है कि सभी विभाग रिक्त पदों पर भर्ती की कार्यवाही को तेजी से आगे बढ़ाएं। पंचायत सहायकों की तैनाती के कार्य को भी पूरा किया जाए। गौरतलब है कि चुनाव के दौरान बेरोजगारी और भर्तियों में लेटलतीफी से जुड़े मुद्दे खूब उठे थे। इसे देखते हुए मुख्यमंत्री ने भर्तियों में तेजी लाने के निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री योगी ने अफसरों को चुनाव के दौरान पहले कार्यकाल के असरदार साबित हुए कार्यों को प्रभावी तरीके से दूसरी पारी में भी आगे बढ़ाने का निर्देश दिया। उन्होंने भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस नीति कड़ाई से जारी रखने, प्रदेश को देश का नंबर-1 राज्य व नंबर-1 अर्थव्यवस्था बनाने का लक्ष्य घोषित किया
उन्होंने शासकीय कार्यप्रणाली को और प्रभावी करने और संकल्प पत्र के प्रत्येक वादे को रणनीति बनाकर पूरा करने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि अधिकारी इसके लिए तैयारी कर काम शुरू कर दें। मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र ने आश्वस्त किया कि सभी अधिकारी पूरी निष्ठा व लगन के साथ कार्य करेंगे। बैठक में उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य व ब्रजेश पाठक, अध्यक्ष राजस्व परिषद मुकुल सिंघल व कृषि उत्पादन आयुक्त आलोक सिन्हा सहित विभिन्न विभागों के अपर मुख्य सचिव, प्रमुख सचिव व सचिव उपस्थित थे।
अफसर तय समय सीमा में लें निर्णय, पत्रावलियां लंबित न रहें
सीएम योगी ने सरकारी कामकाज में समयबद्धता पर जोर दिया। कहा, अधिकारी काम में तेजी लाएं और तय समयसीमा में निर्णय लें। पत्रावलियां लंबित नहीं रहनी चाहिए। उनके निराकरण की स्थिति की वरिष्ठ अधिकारी नियमित समीक्षा करें। केंद्र सरकार से प्राप्त पत्रों का उत्तर एक सप्ताह में अनिवार्य रूप से भेजना सुनिश्चित किया जाए।
विभाग लक्ष्य तय करें और पूरा करें
मुख्यमंत्री ने कहा कि लोक कल्याण संकल्प पत्र-2022 के सभी संकल्प बिंदुओं की पांच वर्षों में लक्ष्यवार टाइमलाइन तय की जाए। सभी विभाग 100 दिन, 6 माह तथा वार्षिक लक्ष्यों का निर्धारण करते हुए उसे पूरा करने का प्रयास करें।