प्राथमिक शिक्षक भर्ती की मांग को लेकर बेसिक शिक्षा मंत्री के आवास का घेराव, अभ्यार्थियों ने लगाये ये आरोप: जानें क्या कहते हैं बेसिक शिक्षा मंत्री ?

बीजेपी सरकार का भले ही दूसरा कार्यकाल शुरू हो गया है. लेकिन पहले कार्यकाल में शुरू हुए शिक्षक भर्ती के विवाद को लेकर विरोध प्रदर्शन अभी तक जारी है. योगी सरकार के पहले कार्यकाल में आयी 69 हज़ार पदों पर बेसिक शिक्षक भर्ती की मांग को लेकर अभ्यार्थियों ने बेसिक शिक्षा मंत्री संदीप सिंह के आवास का घेराव किया. मौके पर पहुंची भारी पुलिस फोर्स ने अभ्यार्थियों को पुलिस कि बसों में भरकर वहां से हटाया.


राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग ने मानी गड़बड़ी

अभ्यार्थियों ने बताया कि 69 हज़ार पदों कि शिक्षक भर्ती में आरक्षण नियम लागू करने में गड़बड़ी हुई थी. मामले को लेकर वे राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग गए. आयोग ने भी इस गड़बड़ी को माना और यूपी सरकार को इसमें सुधार कर भर्ती से छूटे पात्र अभ्यार्थियों कि नियुक्ति के लिए कहा. 

अभ्यार्थियों की मानें तो पहले तो शिक्षा विभाग गलती मानने को तैयार नहीं हुआ. लेकिन बाद में चुनाव से पहले इस गड़बड़ी को मान लिया. इसके बाद 6800 पदों के लिए चयनित अभ्यार्थियों की सूची जारी की, हालांकि ये मामला कोर्ट में होने की वजह से अब तक काउंसलिंग कर नियुक्ति नहीं हुई.  अभ्यार्थियों का कहना है कि सरकार इस मामले में कोर्ट में अपना पक्ष रख मामला निस्तारित कराये जिससे नियुक्ति हो सके.


जानें क्या कहते हैं बेसिक शिक्षा मंत्री ?

वहीं इस मामले में बेसिक शिक्षा मंत्री संदीप सिंह ने कहा कि मामला कोर्ट में होने कि वजह से रुका है. उन्होंने कहा कि सीएम ने कोर्ट में लंबित सभी केस जल्द निस्तारित कराने को कहा है. मामलों का निस्तारण होते ही नियुक्ति दी जाएगी