शिक्षकों की "त्रिवर्षीय तपस्या" से चयन वेतनमान विसंगति समाप्ति का आदेश जारी

 BSA कार्यालय से चयन वेतनमान स्वीकृति के पश्चात लेखा अधिकारी कार्यालय में वेतन निर्धारण की स्थिति में कुछ शासनादेशों की गलत व्याख्या के कारण वे शिक्षक जिनकी नियुक्ति अथवा पदोन्नति तिथि जनवरी से 01

जुलाई तक होती थी, की अगली वेतन वृद्धि 6 महीने पश्चात जनवरी में लगाई जाती थी जिसके कारण वे अपने कनिष्ठ शिक्षकों से 6 माह ( जुलाई से दिसंबर) तक एक वेतन वृद्धि कम का भुगतान प्राप्त करते थे।

आज इस प्रदेश स्तरीय समस्या का समाधान वित्त नियंत्रक महोदय ने शासन की सहमति से अपने आज निर्गत पत्र के प्रस्तर 3 के अंतिम वाक्य *" चयन/ प्रोन्नति वेतनमान स्वीकृत होने पर वेतन निर्धारण में उक्त प्रस्तर लागू नहीं है"* के माध्यम से कर दिया है।

*अब चयन वेतनमान निर्धारण के कारण वार्षिक वेतन वृद्धि तिथि प्रभावित नहीं होगी।*

परंतु साथियों आप अवगत है कि प्रत्येक शिक्षक हित के कार्य के जैसे इस स्पष्टीकरण आदेश के लिए भी *लगभग 3 साल तक PSPSA प्रयागराज के द्वारा पत्र लेखन एवं वित्त नियंत्रक कार्यालय में पैरवी, हमारे प्रदेश नेतृत्व द्वारा सचिवालय में पैरवी तथा PSPSA की अन्य जनपदीय इकाइयों ने अपने वित्त एवं लेखाधिकारीगण से मार्गदर्शन हेतु प्रयास किया। इन प्रयासों का संक्षिप्त विवरण एवं संबंधित मांगपत्र तथा विभागीय अधिकारियों के पत् निम्नवत है।*

*31 जुलाई 2019*

PSPSA प्रयागराज के *जिलाध्यक्ष अरविंद मिश्र एवं जिलामंत्री अजय सिंह द्वारा* वित्त एवं लेखाधिकारी प्रयागराज को सर्वप्रथम इस विसंगति को दूर करने संबंधी मांग पत्र दिया गया।

*13 अगस्त 2019*

वित्त एवं लेखा अधिकारी प्रयागराज द्वारा मांग पत्र के अनुक्रम में शिक्षा निदेशक( बेसिक) एवं वित्त नियंत्रक से मार्गदर्शन मांगा गया।

*23 नवंबर 2019*

PSPSA प्रयागराज द्वारा समस्या समाधान ना होने पर वित्त लेखा अधिकारी प्रयागराज को अनुस्मारक पत्र सौंपा गया।

*3 दिसंबर 2019*

उपरोक्त पत्र के अनुक्रम में *वित्त लेखा अधिकारी प्रयागराज द्वारा पुनः वित्त नियंत्रक महोदय से स्पष्ट मार्गदर्शन मांगा गया कि चयन वेतनमान निर्धारण के पश्चात वार्षिक वेतन वृद्धि की तिथि परिवर्तित होगी अथवा नहीं।*
इसी क्रम में PSPSA की अन्य जनपदीय इकाइयों के मांग पत्रों के कारण संबंधित जनपदों के वित्त एवं लेखाधिकारीगण ने भी वित्त नियंत्रक महोदय से मार्गदर्शन मांगा।

*23 जून 2020*

*कोरोना लाक डाउन में भी PSPSA का प्रयास जारी* रहा। वित्त नियंत्रक कार्यालय से टालमटोल एवं मार्गदर्शन न मिलने के कारण *PSPSA प्रांतीय अध्यक्ष आदरणीय विनय सिंह* जी की सहमति के उपरांत *प्रांतीय उपाध्यक्ष श्री अजय सिंह एवं प्रांतीय संगठन मंत्री श्री अरविंद मिश्र के द्वारा महानिदेशक, शिक्षा निदेशक को* पंजीकृत डाक से एवं वित्त नियंत्रक महोदय को मिलकर मांग पत्र दिया गया। *यह पत्र निर्णायक रहा* क्योंकि इसी पत्र के क्रम में वित्त नियंत्रक महोदय ने अपने पत्र दिनांक 17 सितंबर 2020 एवं 22 सितंबर 2021 के माध्यम से विशेष सचिव उत्तर प्रदेश शासन से मार्गदर्शन मांगा। हमारे इस मांगपत्र का उल्लेख वित्त नियंत्रक महोदय ने अपने उपरोक्त दोनों पत्रों में किया है।
*इसके पश्चात हमारे प्रांतीय नेतृत्व द्वारा सचिवालय में प्रक्रिया पूरी करने हेतु निरंतर पैरवी की जाती रही।*
अंततः शासन की सहमति उपरांत वित्त नियंत्रक महोदय द्वारा स्पष्टीकरण आदेश हम सभी को प्राप्त हुआ है।

साथियों इस आदेश ने यह सिद्ध किया है कि निरंतर प्रयास से अपने हक को हासिल किया जा सकता है बशर्ते नेतृत्व दूरदर्शी, ईमानदार एवं संघर्षशील हो।

*इस सफलता में साथ देने वाले विभागीय अधिकारियों विशेषकर वित्त नियंत्रक श्री रविंद्र कुमार जी तथा प्रयागराज वित्त एवं लेखा अधिकारी गण श्री विमलेश यादव जी एवं श्री संतोष कुमार सिंह जी का PSPSA उ0प्र0 आभार प्रकट करता है, तथा इस संघर्ष में प्रत्यक्ष अप्रत्यक्ष साथ देने वाले सभी शिक्षकों एवं शिक्षक पदाधिकारीगण को भी सादर धन्यवाद ।*

समस्त उल्लिखित मांगपत्र एवं अधिकारीगण का पत्र👇 देखें।

सादर

*PSPSA उ0 प्र0।*