लखनऊ। सपा अध्यक्ष अखिलेश
यादव ने कहा कि अगर 69000 शिक्षक भर्ती मामले में रास्ता नहीं निकाल सकते और पिछड़े व दलित वर्ग के शिक्षक अभ्यर्थियों को न्याय नहीं दे सकते तो सत्ता छोड़ दें। भाजपा सरकार ने पिछड़ों और दलितों का आरक्षण छीना है। 69000 शिक्षक भर्ती में पिछड़ों व दलितों को न्याय नहीं मिला। उन्होंने कहा कि पिछड़े व दलित वर्ग के सभी नेता भाजपा छोड़कर पीडीए के साथ आएं।
अखिलेश यादव ने संवाददाताओं से कहा कि भाजपा सरकार लोगो के साथ भेदभाव कर रही है। संविधान और आरक्षण को नुकसान पहुंचा रही है। अपने लोगों को लाभ देने के लिए लेटरल एंट्री के जरिये कुर्सी पर बैठाने का खेल खेल रही है। इसमें न तो संविधान की व्यवस्था और न ही आरक्षण की नियमावली का
पालन हो रहा है। अखिलेश ने कहा कि प्रदेश में कानून व्यवस्था ध्वस्त है। भाजपा सरकार ने किसानों को नैनो यूरिया खरीदवाया, लेकिन उससे किसानों को कोई फायदा नहीं हुआ। इसमें भी बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार हुआ है।
अखिलेश ने कटाक्ष करते हुए कहा कि सुनने में आया है कि नैनो यूरिया वाले भी लेटरल एंट्री से आए थे। लेटरल एंट्री से नौकरी पाने के बाद कई लोग भ्रष्टाचार करके देश छोड़कर भाग गए