69000 शिक्षक भर्ती की पिछली मेरिट रद कर नई मेरिट जारी करने के हाईकोर्ट के आदेश को लेकर प्रदेश का माहौल गरमाया हुआ है। विपक्षी दलों ने योगी सरकार को चौतरफा घेरने की कोशिश शुरू कर दी है। इस बीच सीएम योगी ने फैसले को लेकर आज शाम एक बड़ी बैठक बुलाई है। इसमें हाईकोर्ट के फैसले को लागू करने या सुप्रीम कोर्ट में इसे चुनौती देने पर फैसला होगा। इस बैठक से पहले भीम आर्मी प्रमुख और आजाद समाज पार्टी से सांसद चंद्रशेखर आजाद ने चेताया है कि इस बार अगर साजिश हुई तो ऐसा आंदोलन खड़ा होगा जो सरकार को ही उखाड़ फेंकने से पहले नहीं रुकेगा।
कहा कि हमारी पार्टी इस पूरे मामले पर नजदीक से निगाह बनाए हुए है इसलिए बैठक करते समय इस बात को जरूर ध्यान रखें कि इस बार पिछड़े- दलित समाज के इन बच्चों के साथ कोई अन्याय न होने पाए। चंद्रशेखर ने इस मामले को लेकर हुए आंदोलनों में सक्रिय भागीदारी की थी। आंदोलन की तस्वीरें सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर पोस्ट करते हुए योगी सरकार पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं।
चंद्रशेखर ने लिखा कि 69000 शिक्षक भर्ती आरक्षण घोटाले के पीड़ित अभ्यर्थियों के संघर्ष के साथ शुरूआत से ही कंधे से कंधा मिलाकर आजाद पार्टी खड़ी है। चाहें सड़क पर उतरकर आंदोलन हो, विधानसभा का घेराव हो या ईको गार्डन में रात भर धरने पर बैठना, मैंने कई रातें इन आंदोलनकारी छात्रों के बीच में ही बिताई हैं। इनके दर्द को करीब से महसूस करते हुए सांसद बनने के बाद सदन में भी इस मुद्दे को पुरजोर तरीके से उठाया। लेकिन योगी सरकार लगातार नजरअंदाज करती रहीं क्योंकि यह पिछड़े-दलित वर्ग के भविष्य से जुड़ा मामला था।
अब जब इस आरक्षण घोटाले को हाईकोर्ट की डबल बेंच ने भी मान लिया है तो योगी सरकार ने डैमेज कंट्रोल के तहत इस मामले में तेजी दिखाते हुए बैठक बुलाई है। कहा कि पहले योगी सरकार कोर्ट में मामला होने का बहाना बनाती थी अब तो हाईकोर्ट ने भी मान लिया की बड़े स्तर पर गड़बड़ी हुई है, तो इस बार सरकार इन अभ्यर्थियों के संघर्ष को समाप्त करने वाला निर्णय लेकर इनको ईको गार्डन नहीं बल्कि विद्यालय भेजने का निर्णय ले। चंद्रशेखर ने सीएम योगी को टैग करते हुए कहा कि ध्यान रखें मुख्यमंत्री जी अगर इस बार इन अभ्यर्थियों के साथ कोई साजिश हुई तो अबकी बार जो आंदोलन होगा वो सरकार को उखाड़ फेंकने से पहले नहीं रुकेगा।