Teacher Transfer News | Shikshak Tabadla Latest Update
प्रदेश में शिक्षक तबादलों को लेकर एक बार फिर विवाद की स्थिति बनती नजर आ रही है। हाल ही में जारी तबादला सूची में कहीं सीनियर शिक्षकों का तबादला कर दिया गया, तो कहीं जूनियर शिक्षकों को पहले स्थानांतरित कर दिया गया, जिससे विभागीय नियमों और पारदर्शिता पर सवाल उठने लगे हैं।
शिक्षक संगठनों ने इस पर नाराजगी जताते हुए इसे नियमविरुद्ध और भेदभावपूर्ण बताया है।
तबादला नीति के पालन पर उठे सवाल
तबादला नीति के अनुसार आमतौर पर:
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पहले जूनियर शिक्षकों का स्थानांतरण
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सीनियर शिक्षकों को प्राथमिकता के आधार पर राहत
लेकिन हालिया सूची में:
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कई जगह वरिष्ठ शिक्षकों को जबरन हटाया गया
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कुछ स्थानों पर कम अनुभव वाले शिक्षकों को सुविधाजनक तैनाती दे दी गई
इससे शिक्षकों में असंतोष बढ़ता जा रहा है।
शिक्षक संगठनों की आपत्ति
शिक्षक संगठनों का कहना है कि:
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तबादलों में एकरूपता नहीं दिखाई दे रही
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नियमों का समान रूप से पालन नहीं किया गया
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पारदर्शी प्रक्रिया के अभाव में संदेह की स्थिति बनी हुई है
संगठनों ने विभाग से तबादला सूची की पुनः समीक्षा की मांग की है।
शिक्षकों पर क्या पड़ा असर?
इस तबादला प्रक्रिया के कारण:
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कई शिक्षक मानसिक दबाव में हैं
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परिवार और बच्चों की पढ़ाई पर असर
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दूरस्थ क्षेत्रों में बिना तैयारी के तैनाती
कुछ शिक्षकों ने इसे लेकर उच्च अधिकारियों से शिकायत भी की है।
विभाग का पक्ष
विभागीय सूत्रों के अनुसार:
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तबादले प्रशासनिक आवश्यकता के तहत किए गए हैं
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जहां त्रुटि पाई जाएगी, वहां संशोधन संभव है
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सभी शिकायतों पर जांच की जा रही है
हालांकि, आधिकारिक बयान का शिक्षक संगठनों को अब भी इंतजार है।
निष्कर्ष
शिक्षक तबादले एक संवेदनशील विषय है। यदि इसमें सीनियर-जूनियर का स्पष्ट मापदंड नहीं अपनाया गया, तो असंतोष और विवाद बढ़ना तय है। अब देखना होगा कि विभाग इस पर क्या ठोस कदम उठाता है।
