अब सिर्फ एमए करके भी पढ़ा सकेंगे डिग्री कॉलेज में
नेशनल काउंसिल फार टीचर एजूकेशन (एनसीटीई) ने टीचिंग से संबधित तमाम पाठ्यक्रमों के शिक्षकों की नियुक्ति की अर्हता में बड़ा बदलाव किया है। यूनिवर्सिटी ग्रांट कमीशन (यूजीसी) की नियमावली को दरकिनार करते हुए एनसीटीई ने एमए एजूकेशन, एमएड और एपीएड वालों को भी पढ़ाने की छूट दे दी है।
इसमें नेशनल एलिजिबिलिटी टेस्ट (नेट) की अनिवार्यता नहीं रखी गई है। प्रिंसिपल के लिए पीएचडी और टीचर्स ट्रेनिंग स्कूल में पढ़ाने का अनुभव मांगा गया है लेकिन इनमें नेट अनिवार्यता नहीं है।
नेशनल काउंसिल फार टीचर एजूकेशन (एनसीटीई) ने टीचिंग से संबधित तमाम पाठ्यक्रमों के शिक्षकों की नियुक्ति की अर्हता में बड़ा बदलाव किया है। यूनिवर्सिटी ग्रांट कमीशन (यूजीसी) की नियमावली को दरकिनार करते हुए एनसीटीई ने एमए एजूकेशन, एमएड और एपीएड वालों को भी पढ़ाने की छूट दे दी है।
इसमें नेशनल एलिजिबिलिटी टेस्ट (नेट) की अनिवार्यता नहीं रखी गई है। प्रिंसिपल के लिए पीएचडी और टीचर्स ट्रेनिंग स्कूल में पढ़ाने का अनुभव मांगा गया है लेकिन इनमें नेट अनिवार्यता नहीं है।