शादाब आलम व्यंग रचना से बेरोजगार टी ई टी अभ्यर्थीयों की पीड़ा बताते हुए -
इमाम चाचा :- इतना सन्नाटा क्यूँ है भाई ? :( .......... 27 जुलाई आने में तो अभी भी वक़्त है ........... अरे ओ बसंती ! ....
इमाम चाचा :- इतना सन्नाटा क्यूँ है भाई ? :( .......... 27 जुलाई आने में तो अभी भी वक़्त है ........... अरे ओ बसंती ! ....