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हिमांशु राणा और तथाकथित बी.एड के खून चूसने वाले चमगादड़ो को समर्पित चार लाइनें

हिमांशु राणा और तथाकथित बी.एड के खून चूसने वाले चमगादड़ो को समर्पित चार लाइनें
*सावन मास बहै पुरवाई!*
*बरधा बेचिं बिसाहो गाई!!*
अब जबकि उत्तर प्रदेश का अत्यन्त कठिन और दुर्लभ केस की सुनवाई पूर्ण हो चुकी है आदेश सुरक्षित कर लिया गया है, फिर महान से महानतम की ओर अग्रसर लोग जिनका अब प्राथमिक शालाओं से रिश्ता हमेशा के लिये खत्म हो चुका है, उन्हे शिक्षामित्रों के ख्वाब आना बंद नही हुये है, उन्हे मात्र इतनी सी सलाह है कि *जिस प्रकार सावन में पुरवाई चलने पर सूखा पड़ना सुनिश्चित होता है तब बुद्धिमान लोग बैल बेंचकर गाय खरीदते है* उसी प्रकार बी.एड के महान नेताओं को नेक और एक सलाह है कि अब उनकी दुकान सदैव के लिये बंद हो चुकी है कोई दूसरा काम देखें......
धन्यवाद
*केसी सोनकर*
मिशन सुप्रीम कोर्ट उ०प्र०
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