भाई और बहन को भी शिक्षक बनवा दिया। शादी हुई तो पत्नी को भी शिक्षक बनवा दिया। इसके बाद साले और साली भी शिक्षक हो गए। यह स्थित गिरोह के सहयोगियों की भी रही। जडे़ पूरी तरह से जमने के बाद राया ब्लॉक सहित आसपास के लोगों को मथुरा के साथ प्रदेश के अनेक जनपदों में नियुक्तियां करा दी गई हैं। 10 से 15 लाख के इस खेल में अब यह गिरोह भूमिगत हो गया है।
Information on UPTET Exam , Results , UPTET Admit Cards , 69000 Shikshak Bharti , Counselling , Niyukti Patra for UP Teachers & other related information
Breaking News
- 2004 में शिक्षामित्रों की नियुक्तियों हेतु जारी विज्ञप्ति: इसी विज्ञप्ति के आधार पर हुआ था शिक्षामित्रों की का चयन
- ख़बरें अब तक - 72825 प्रशिक्षु शिक्षकों की भर्ती - Today's Headlines
- समस्त AD बेसिक व BSA के CUG मोबाइल नम्बर : 72825 प्रशिक्षु शिक्षकों की भर्ती Latest News
- आश्रम पद्धति के स्कूल के शिक्षकों का वर्तमान वेतनमान/मानदेय
- LAKHIMPUR vacant seats positions : 72825 प्रशिक्षु शिक्षकों की भर्ती - Latest updates
भैया-भाभी ही नहीं साले-साली भी बन गए मास्टरजी
मथुरा। जनपद के शिक्षक भर्ती गिरोह ने परिषदीय विद्यालयों में शिक्षकों की
नौकरी रेवड़ी की भांति बांटी हैं। मथुरा में व्यवस्था नहीं बनी तो पड़ोसी
जनपद हाथरस सहित अन्य जनपदों में लगवा दीं। भैया-भाभी हीं नहीं, साले-साली
को भी परिषदीय शिक्षक बनवा दिया। अब ऐसे सभी लोग विभागीय चर्चाओं में हैं।
शिक्षक भर्ती गिरोह का नेटवर्क बेसिक शिक्षा विभाग में इस कदर गहरी जडे़ड्ड
जमाए हैं कि नौकरियां रेबड़ी की भांति बांटी गई हैं। चार साल के दौरान इस
गिरोह के सदस्यों ने पहले खुद को शिक्षक बनाया फिर निकट के रिश्तेदारों को
नियुक्ति दिला दीं। हालांकि विभाग में चर्चाएं हैं कि इस गिरोह के मुख्य
सदस्यों को मथुरा में जब नियुक्ति का मौका नहीं मिला तो अधिक मेरिट वाले
पड़ोसी जनपद हाथरस में प्रमाण पत्रों की कलाकारी से शिक्षक की नौकरी पा ली।
भाई और बहन को भी शिक्षक बनवा दिया। शादी हुई तो पत्नी को भी शिक्षक बनवा दिया। इसके बाद साले और साली भी शिक्षक हो गए। यह स्थित गिरोह के सहयोगियों की भी रही। जडे़ पूरी तरह से जमने के बाद राया ब्लॉक सहित आसपास के लोगों को मथुरा के साथ प्रदेश के अनेक जनपदों में नियुक्तियां करा दी गई हैं। 10 से 15 लाख के इस खेल में अब यह गिरोह भूमिगत हो गया है।
भाई और बहन को भी शिक्षक बनवा दिया। शादी हुई तो पत्नी को भी शिक्षक बनवा दिया। इसके बाद साले और साली भी शिक्षक हो गए। यह स्थित गिरोह के सहयोगियों की भी रही। जडे़ पूरी तरह से जमने के बाद राया ब्लॉक सहित आसपास के लोगों को मथुरा के साथ प्रदेश के अनेक जनपदों में नियुक्तियां करा दी गई हैं। 10 से 15 लाख के इस खेल में अब यह गिरोह भूमिगत हो गया है।