प्रेस विज्ञप्तिः
शिक्षक भर्ती में एकेडमिक मेरिट हटाने को लेकर कल 2 बजे पीएनपी पर प्रदर्शन
लिखित परीक्षा के साथ एकेडमिक मेरिट को जोड़ कर भर्ती करने का विज्ञापन असंवैधानिक
इलाहाबाद, 04 दिसम्बर 2018, प्राथमिक शिक्षक भर्ती में एकेडमिक मेरिट हटाने को लेकर कल 2 बजे से पीएनपी इलाहाबाद में प्रतियोगी छात्र प्रदर्शन करेंगे। इसकी जानकारी देते हुए युवा मंच के अध्यक्ष अनिल सिंह ने बताया कि कल प्रदर्शन के बाद प्रदेशव्यापी आंदोलन की रणनीति बनाई जायेगी और अगर सरकार ने इस भेदभाव पूर्ण व्यवस्था को बदला नही ंतो इस विज्ञापन को न्यायालय में भी चुनौती देने पर विचार किया जायेगा। आंदोलन व विज्ञापन को न्यायालय में चुनौती देने से यदि इस भर्ती में विलम्ब हुआ तो इसकी पूरी जिम्मेदारी सरकार की होगी। उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद हो रही इस भर्ती के लिए जब लिखित परीक्षा का आयोजन किया जा रहा है तब इसमें एकेडमिक मेरिट को भी जोड़ना पूरी तौर पर गलत है। उन्होंने कहा कि इस भर्ती के लिए अर्ह प्रशिक्षण कोर्स में मिलने वाले औसत अंक में तो भारी अंतर है ही बल्कि विभिन्न विश्वविद्यालयों व शिक्षण संस्थाओं में समकक्ष पाठ्यक्रमों के स्तर व मूल्यांकन में काफी भिन्नता रहती है। इसलिए लिखित परीक्षा के साथ एकेडमिक मेरिट जोड़ना मेधावी छात्रों के साथ अन्याय होगा। उन्होंने कहा कि आज किसी भी भर्ती परीक्षा को एकेडमिक मेरिट के आधार पर नहीं कराया जा रहा है तब इस महत्वपूर्ण भर्ती में एकेडमिक मेरिट को जोड़ने का को औचित्य नहीं है। पूर्व में राजकीय विद्यालयों के लिए एलटी ग्रेड शिक्षक भर्ती को एकेडमिक मेरिट के आधार पर किया जाता था जिसे भी मौजूदा सत्र में लिखित परीक्षा के आधार पर किया गया है। उन्होंने सरकार को चेतावनी दी कि अगर शिक्षक भर्ती के विज्ञापन में बदलाव कर एकेडमिक मेरिट को हटाया नहीं गया तो इसके गंभीर परिणाम होंगे और यह पूरी भर्ती ही इस असंवैधानिक विज्ञापन के चलते विवादों में फंस सकती है।
भवदीय
अनिल सिंह
अध्यक्ष, युवा मंच
शिक्षक भर्ती में एकेडमिक मेरिट हटाने को लेकर कल 2 बजे पीएनपी पर प्रदर्शन
लिखित परीक्षा के साथ एकेडमिक मेरिट को जोड़ कर भर्ती करने का विज्ञापन असंवैधानिक
इलाहाबाद, 04 दिसम्बर 2018, प्राथमिक शिक्षक भर्ती में एकेडमिक मेरिट हटाने को लेकर कल 2 बजे से पीएनपी इलाहाबाद में प्रतियोगी छात्र प्रदर्शन करेंगे। इसकी जानकारी देते हुए युवा मंच के अध्यक्ष अनिल सिंह ने बताया कि कल प्रदर्शन के बाद प्रदेशव्यापी आंदोलन की रणनीति बनाई जायेगी और अगर सरकार ने इस भेदभाव पूर्ण व्यवस्था को बदला नही ंतो इस विज्ञापन को न्यायालय में भी चुनौती देने पर विचार किया जायेगा। आंदोलन व विज्ञापन को न्यायालय में चुनौती देने से यदि इस भर्ती में विलम्ब हुआ तो इसकी पूरी जिम्मेदारी सरकार की होगी। उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद हो रही इस भर्ती के लिए जब लिखित परीक्षा का आयोजन किया जा रहा है तब इसमें एकेडमिक मेरिट को भी जोड़ना पूरी तौर पर गलत है। उन्होंने कहा कि इस भर्ती के लिए अर्ह प्रशिक्षण कोर्स में मिलने वाले औसत अंक में तो भारी अंतर है ही बल्कि विभिन्न विश्वविद्यालयों व शिक्षण संस्थाओं में समकक्ष पाठ्यक्रमों के स्तर व मूल्यांकन में काफी भिन्नता रहती है। इसलिए लिखित परीक्षा के साथ एकेडमिक मेरिट जोड़ना मेधावी छात्रों के साथ अन्याय होगा। उन्होंने कहा कि आज किसी भी भर्ती परीक्षा को एकेडमिक मेरिट के आधार पर नहीं कराया जा रहा है तब इस महत्वपूर्ण भर्ती में एकेडमिक मेरिट को जोड़ने का को औचित्य नहीं है। पूर्व में राजकीय विद्यालयों के लिए एलटी ग्रेड शिक्षक भर्ती को एकेडमिक मेरिट के आधार पर किया जाता था जिसे भी मौजूदा सत्र में लिखित परीक्षा के आधार पर किया गया है। उन्होंने सरकार को चेतावनी दी कि अगर शिक्षक भर्ती के विज्ञापन में बदलाव कर एकेडमिक मेरिट को हटाया नहीं गया तो इसके गंभीर परिणाम होंगे और यह पूरी भर्ती ही इस असंवैधानिक विज्ञापन के चलते विवादों में फंस सकती है।
भवदीय
अनिल सिंह
अध्यक्ष, युवा मंच