यूपी शिक्षक भर्ती में शिक्षामित्रों को मिली राहत, मिलेगा ज्यादा मौका

उत्तर प्रदेश के परिषदीय स्कूलों में 6 दिसंबर से शुरू होने जा रही दूसरी सबसे बड़ी शिक्षक भर्ती परीक्षा में शिक्षामित्रों को सरकार विशेष राहत देने ज रही है।
समायोजन रद्द होने के बाद आन्दोलनरत शिक्षामित्रों को इस भर्ती में ज्यादा मौका मिलने वाला है। सरकार के शासनादेश से जहां आवेदन करने की अधिकतम सीमा को 60 वर्ष कर दिया गया है। इसके अलावा कट ऑफ लिस्ट न जारी होने की वजह से उन्हें 25 अंक का भारांक भी मिलेगा। जिससे शिक्षामित्रों के ज्यादा संख्या में चयनित होने की संभावना जताई जा रही है।

6 दिसंबर से शुरू होगी भर्ती प्रक्रिया

यूपी सरकार एक ही साल के अंदर दूसरी बार परिषदीय स्कूलों में शिक्षकों की भर्ती करने जा रही है। 6 दिसंबर से योगी सरकार दूसरी सबसे बड़ी शिक्षक भर्ती करने जा रही है। इसमें उम्मीद जताई जा रही है शिक्षामित्रों को विशेष राहत मिलेगी। शिक्षामित्रों को उम्र में छूट के साथ ही मेरिट बनाते समय वेटेज देने की भी व्यवस्था होगी। आम अभ्यर्थियों के लिए अधिकतम उम्र की सीमा जहां 40 साल है, वहीं शिक्षामित्रों के लिए 60 साल उम्र रखी गई है। ऐसा होने से बड़ी संख्या में शिक्षामित्र एक बार फिर टीचर बन पाएंगे जिनका जुलाई 2017 में समायोजन रद्द हुआ था।

यूपी सरकार ऐसी होगी भर्ती प्रक्रिया


बेसिक शिक्षा परिषद के प्राइमरी स्कूलों में सहायक अध्यापक के 69 हजार पदों पर होगी। इन पदों पर भर्ती के लिए ऑनलाइन आवेदन 6 से 20 दिसंबर तक होंगे। इस विशेष परीक्षा का आयोजन सरकार 6 जनवरी, 2019 को कराएंगी और इसका परिणाम 22 जनवरी को जारी होगा। इस दूसरी बड़ी शिक्षक भर्ती प्रक्रिया में अहम बदलाव किए है। यह भर्ती विवादों में न फंसे इसके लिए परीक्षा प्रणाली में कुछ अहम बदलाव किए गए हैं। इस बार सहायक अध्यापक भर्ती परीक्षा में ओएमआर शीट पर उत्तर देने होंगे। सभी अभ्यर्थियों को बहुविकल्पीय प्रश्न पूछे जाएंगे। यहीं नहीं इस बार परीक्षा में कटऑफ अंकों की बाध्यता को भी खत्म कर दिया गया है।