अधिवक्ता श्री राकेश खन्ना जी का इसी कोर्ट में 22 नम्वर पर एक केस और लिस्टेड था अतः खन्ना साहब कोर्ट में पहले से ही मौजूद थे।
कोर्ट की कार्यवाही शुरू होते ही सबसे पहले सीनियर अधिवक्ता श्री राकेश द्विवेदी ने प्रोफेशनल मुद्दे पर बोलना शुरू किया। उसके बाद असोसिएशन के सीनियर अधिवक्ता श्री राकेश खन्ना ने परसुइंग शब्द की व्याख्या पर कोर्ट में प्रकाश डाला। अन्य अधिवक्ताओं ने भी कोर्ट में अपनी बात रखनी शुरू की तो जस्टिस मिश्रा ने कहा कि अभी तक ये पूरा मामले से कोर्ट अवगत नही है अतः सभी अधिवक्ता अपने अपने केस का सिनॉप्सिस कोर्ट में फ़ाइल करे।
साथ ही कोर्ट ने यह भी आदेश किया कि यह मामला जनवरी के तीसरे सप्ताह में लिस्ट किया जाए। सुनवाई कुल 13 मिनट चली।संभवतः 15 अथवा 16 जनवरी में सुनवाई हो सकती है।
कोर्ट की कार्यवाही शुरू होते ही सबसे पहले सीनियर अधिवक्ता श्री राकेश द्विवेदी ने प्रोफेशनल मुद्दे पर बोलना शुरू किया। उसके बाद असोसिएशन के सीनियर अधिवक्ता श्री राकेश खन्ना ने परसुइंग शब्द की व्याख्या पर कोर्ट में प्रकाश डाला। अन्य अधिवक्ताओं ने भी कोर्ट में अपनी बात रखनी शुरू की तो जस्टिस मिश्रा ने कहा कि अभी तक ये पूरा मामले से कोर्ट अवगत नही है अतः सभी अधिवक्ता अपने अपने केस का सिनॉप्सिस कोर्ट में फ़ाइल करे।
साथ ही कोर्ट ने यह भी आदेश किया कि यह मामला जनवरी के तीसरे सप्ताह में लिस्ट किया जाए। सुनवाई कुल 13 मिनट चली।संभवतः 15 अथवा 16 जनवरी में सुनवाई हो सकती है।