शिक्षक भर्ती के 28 हजार पदों की तस्वीर साफ नहीं, पुनर्मूल्यांकन के साथ ही प्रकरण कोर्ट में लंबित होने से अब रिक्त पद रहेंगे खाली

प्रयागराज : बेसिक शिक्षा परिषद की नई सहायक अध्यापक भर्ती का एलान हो चुका है इसी सप्ताह विज्ञापन जारी होने के बाद आवेदन प्रक्रिया भी शुरू हो रही है।
उम्मीद के विपरीत इसमें पिछली शिक्षक भर्ती के रिक्त पदों को जोड़ा नहीं गया है। बल्कि शीर्ष कोर्ट के निर्देशों का ही अनुपालन कराया जा रहा है। माना जा रहा है कि यह कदम पिछली भर्ती अब तक पूरी न होने व विवाद से बचने के लिए उठाया गया है।
सुप्रीम कोर्ट ने 25 जुलाई, 2017 को परिषदीय स्कूलों में सहायक अध्यापक पद पर शिक्षामित्रों का समायोजन रद कर दिया था। कोर्ट ने 1.37 लाख शिक्षामित्रों को नियमित शिक्षक बनने के लिए दो अवसर देने का भी निर्देश दिया। इसीलिए प्रदेश सरकार ने टीईटी 2017 कराने के बाद 68500 सहायक अध्यापक भर्ती की लिखित परीक्षा कराई जिसमें 41556 अभ्यर्थी ही सफल हुए। उनमें से करीब 40 हजार ने शिक्षक पद पर नियुक्ति पाई। 13 अगस्त को शिक्षक भर्ती के रिजल्ट के समय भर्ती के रिक्त पदों की संख्या 26944 थी। यह करीब 28 हजार हो गई है। अफसरों ने तय किया था कि अगली भर्ती में यह पद जोड़े जाएंगे। ऐसे में सभी 95 हजार से अधिक की दूसरी भर्ती होने की उम्मीद संजोए थे। 68500 शिक्षक भर्ती के परिणाम को लेकर विवाद हुआ और हेराफेरी के गंभीर आरोप लगे। शासन को इसकी उच्च स्तरीय समिति से जांच करानी पड़ी। इसमें कुछ अभ्यर्थियों को कॉपी पर उत्तीर्ण तो कुछ चयनितों को कॉपी पर अनुत्तीर्ण पाया। इस पर शासन ने कॉपियों के दोबारा मूल्यांकन कराने का आदेश दिया, इसके लिए ऑनलाइन आवेदन लिए जा चुके हैं। हाईकोर्ट ने प्रकरण की जांच सीबीआइ से कराने से निर्देश दिए हैं।