अंतर्जनपदीय तबादला : सिफारिशी पत्र बने अड़चन, मनचाहे जनपद में तैनाती को लेकर शिक्षकों का है दबाव, कानपुर, लखनऊ, आगरा, इलाहाबाद नोएडा बने पहली पसंद

लखनऊ। विधान सभा चुनावज़ं कज़ देखते हुए बेसिक शिक्षा विभाग में तीन साल बाद तबादले करने की कवायद शुरु की है। विभाग की तरफ से इस प्रक्रिया के शुरू किए जाने के बाद करीब 22 हजार से ज्यादा सहायक अध्यापकज़ं ने अपने गृह जनपद स्थान्तरण के लिए आनलाइन आवेदन किया है।
सरकार द्वारा शुरू की गई स्थानान्तरण प्रक्रिया बेसिक शिक्षा विभाग के अधिकारियों के गले की फांस बनती जा रही है। दिन-प्रतिदिन सहायक अध्यापकज़ं के तबादलज़ं कज़ लेकर जन प्रतिनिधियों व नौकरशाहज़ं की पैरवी से विभाग के अफसर हलकान है। शिक्षक अपने गृह जनपद तबादले की मांग कज़ लेकर एड़ी से चोटी तक का जोर लगाए हुए हैं। रज़जाना विभागीय मंत्री अहमद हसन व सचिव बेसिक शिक्षा अजय कुमार सिंह के पास दर्जनज़ं की तादाद में जन प्रतिनिधि खुद स्थान्तरण की सिफारिश करने आ रहे हैं। जिनमें लखनऊ, कानपुर, नज़एडा, आगरा सहित इलाहाबाद जनपद में तैनाती कज़ लेकर सबसे ज्यादा दबाव है। सूत्र बतातें है कि रज़जाना दर्जनभर से ज्यादा सत्ताधारी दल के विधायक तथा जिलाध्यक्ष चुनावज़ं का हवाला देकर अपने जान पहचान के शिक्षकज़ं की सूची देकर राहत की मांग कर रहे हैं। शासन के इतर विभाग में भी सैकडज़ं प्रार्थना पत्र रज़जाना आवेदन के साथ सिफारिशी पत्र के साथ निदेशक के पास आ रहे हैं। अपने मनचाहे जनपद में तैनाती कज़ लेकर कई अध्यापकज़ं ने मु यमंत्री कार्यालयज़ं तक से सिफारिश कराये जाने के साथ प्रमुख सचिव तक कज़ फज़न तक कराकर अपनी अहमियत जता दी है। वहीं सचिव बेसिक शिक्षा परिषद संजय सिन्हा के पास सिफारिश कराने आये जनप्रतिनिधि उनके फज़न के लगातार बंद रहने की शिकायत मंत्री व सचिव से कर रहे हैं। वही शासन के अफसरज़ं का कहना है कि वीआईपी जनपदज़ं के तहत कानपुर लखनऊ आगरा इलाहाबाद नज़एडा आदि में तैनाती कराने कज़ लेकर ज्यादा दबाव है। इन जनपदज़ं में कम पदज़ं के कारण पूर्व में ही अवगत करा दिया गया था कि यहां पद पर शिक्षक हर हाल में तैनाती की फिराक में लगें हैं।
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