नई दिल्ली. सुप्रीम कोर्ट ने शिक्षा मित्रों की याचिका पर सुनवाई के दौरान कहा कि चिट्ठियां लिखने से बात नहीं बनेगी. जस्टिस दीपक मिश्रा ने कहा, 'हमें शिक्षामित्र मामले में हिंदी और अंग्रेजी में बहुत चिट्ठियां आ रही हैं, लेकिन हमने इस चिट्ठियों के लिए वेस्ट पेपर बास्केट यानी रद्दी की टोकरी का इंतजाम किया है.'
इस मामले पर बुधवार को सुनवाई के दौरान जस्टिस दीपक मिश्रा ने शिक्षा मित्रों के वकील मीनेस दुबे से कहा कि सभी को बहस के लिए मौका मिलेगा. कोर्ट ने कहा, 'अगर आप सभी लोग खड़े रहेंगे तो सुनना मुश्किल हो जाएगा और ऐसे में सुनवाई होना संभव नहीं है. इसलिए वही लोग खड़े हों जिनको बहस करनी है.'
अगली सुनवाई 24 अगस्त को
बता दें कि जस्टिस रोहिंग्टन नरीमन ने खुद को सुनवाई से अलग कर लिया. दरअसल अपने वकालत कैरियर के दौरान वो शिक्षा मित्रों के लिए बहस कर चुके थे. कोर्ट ने मामले की अगली सुनवाई के लिए 24 अगस्त की तारीख निर्धारित की है.
पिछली सुनवाई में कोर्ट ने कड़े निर्देश दिए थे कि अगली सुनवाई के दिन एक भी शिक्षामित्र कोर्ट में नहीं आना चाहिए और अगर एक भी शिक्षामित्र कोर्ट में घुसा तो मामले की सुनवाई नहीं की जाएगी.
कोर्ट ने यह आदेश सुनवाई के दिन कोर्ट में शिक्षामित्रों की भीड़ को देखते हुए दिया था. पीठ ने कहा था, 'कोर्ट के अंदर 15-20 लोगों के खड़े होने की जगह है और 300 आदमी कोर्ट कक्ष में आ जाते हैं, ऐसे में सुनवाई बहुत मुश्किल होती है. वहीं कुछ लोग रोने की स्थिति में होते हैं, ऐसे में हम सुनवाई नहीं कर सकते.' कोर्ट ने इससे पहले भी कहा था कि सुनवाई के दौरान लोग आंसू बहाने लगते हैं और उम्मीद करते हैं कि फैसला उनके पक्ष में होगा.
बता दें कि सुप्रीम कोर्ट पिछले साल से इस मामले में सुनवाई कर रही है. कोर्ट के आदेश पर पिछले साल 1,37,000 शिक्षामित्रों को समायोजित कर उत्तर प्रदेश में प्राथमिक शिक्षक के पद पर लिया गया है. शिक्षा मित्रों के लिए पेश वकील मीनेश दूबे की दलील है कि जो छात्र TET पास हैं, उन्हें नौकरी से नहीं हटाया जा सकता.
sponsored links:
ख़बरें अब तक - 72825 प्रशिक्षु शिक्षकों की भर्ती - Today's Headlines
इस मामले पर बुधवार को सुनवाई के दौरान जस्टिस दीपक मिश्रा ने शिक्षा मित्रों के वकील मीनेस दुबे से कहा कि सभी को बहस के लिए मौका मिलेगा. कोर्ट ने कहा, 'अगर आप सभी लोग खड़े रहेंगे तो सुनना मुश्किल हो जाएगा और ऐसे में सुनवाई होना संभव नहीं है. इसलिए वही लोग खड़े हों जिनको बहस करनी है.'
अगली सुनवाई 24 अगस्त को
बता दें कि जस्टिस रोहिंग्टन नरीमन ने खुद को सुनवाई से अलग कर लिया. दरअसल अपने वकालत कैरियर के दौरान वो शिक्षा मित्रों के लिए बहस कर चुके थे. कोर्ट ने मामले की अगली सुनवाई के लिए 24 अगस्त की तारीख निर्धारित की है.
पिछली सुनवाई में कोर्ट ने कड़े निर्देश दिए थे कि अगली सुनवाई के दिन एक भी शिक्षामित्र कोर्ट में नहीं आना चाहिए और अगर एक भी शिक्षामित्र कोर्ट में घुसा तो मामले की सुनवाई नहीं की जाएगी.
कोर्ट ने यह आदेश सुनवाई के दिन कोर्ट में शिक्षामित्रों की भीड़ को देखते हुए दिया था. पीठ ने कहा था, 'कोर्ट के अंदर 15-20 लोगों के खड़े होने की जगह है और 300 आदमी कोर्ट कक्ष में आ जाते हैं, ऐसे में सुनवाई बहुत मुश्किल होती है. वहीं कुछ लोग रोने की स्थिति में होते हैं, ऐसे में हम सुनवाई नहीं कर सकते.' कोर्ट ने इससे पहले भी कहा था कि सुनवाई के दौरान लोग आंसू बहाने लगते हैं और उम्मीद करते हैं कि फैसला उनके पक्ष में होगा.
- संविधान का अनुच्छेद 21 शिक्षामित्र समायोजन का एक प्रमुख संरक्षक और सुरक्षा कवच : समायोजन है पूर्णतया वैध और सही
- शिक्षामित्र से बने शिक्षकों का स्थानान्तरण होगा रद्द : समायोजित शिक्षकों के लिया महत्वपूर्ण आदेश जारी
- यूपी शिक्षामित्र केस : केस में अंतिम बहस 24 अगस्त को , सीधे फैसला देंगे : SC
- नौकरी मिली नहीं, पुलिस वेरीफिकेशन को पहुंची : 29 हजार शिक्षक भर्ती
- आर्टिकल 21 A के तहत याची लाभ अवश्य प्राप्त करायेंगे : अनुराग पाण्डेय , UPTET उत्तीर्ण संघर्ष मोर्चा
- क्या 24 अगस्त को कुछ होगा : शिक्षामित्र समायोजन के संबंध में
- अब इंतजार करें 24 अगस्त का जिसमे 21A के तहत होनी है सुनवाई
- ""मैं अंतिम आदेश की तरफ अग्रसर हूँ"" : न्यायमूर्ति ने कहा
- शिक्षामित्रों के वकील की दलील, जो TET पास हैं, उन्हें नौकरी से नहीं हटाया जा सकता: इसका क्या मतलब......
- शिक्षामित्र मामले में कोई अंतरिम राहत नहीं, सीधा होगी बहस : कोर्ट
- शिक्षा मित्रों का अब समायोजन संभव नहीं , शिक्षा मित्र सुप्रीम कोर्ट के अंतिम फैसले में मुश्किल में : एस के पाठक
- Supreme Court update by UPTET उत्तीर्ण संघर्ष मोर्चा
- मनोरंजन : छोटे भाई को मजाक करना पड़ा भारी... भाभी हो गई प्रेगनेंट!
बता दें कि सुप्रीम कोर्ट पिछले साल से इस मामले में सुनवाई कर रही है. कोर्ट के आदेश पर पिछले साल 1,37,000 शिक्षामित्रों को समायोजित कर उत्तर प्रदेश में प्राथमिक शिक्षक के पद पर लिया गया है. शिक्षा मित्रों के लिए पेश वकील मीनेश दूबे की दलील है कि जो छात्र TET पास हैं, उन्हें नौकरी से नहीं हटाया जा सकता.
sponsored links:
ख़बरें अब तक - 72825 प्रशिक्षु शिक्षकों की भर्ती - Today's Headlines