सोनभद्र डीएम ने निरस्त किए दर्जनों शिक्षकों के तबादले

जागरण संवाददाता, सोनभद्र : फर्जी दस्तखत व कागजात के आधार पर स्थानांतरण मामले में त्वरित कदम उठाते हुए जिलाधिकारी सीबी सिंह ने एक सितंबर के बाद जिले में हुए दर्जनों शिक्षकों के तबादले निरस्त कर दिए हैं।
उन्होंने यह कदम सचिव स्तर के अधिकारी के फर्जी हस्ताक्षर वाले पत्र के आधार पर 93 शिक्षकों का तबादला किए जाने का आरोप सामने आने पर उठाया।
आधिकारिक सूत्रों के अनुसार इस मामले में अपर जिलाधिकारी रामचंद्र की जांच में कई चौंकाने वाले तथ्य सामने आए हैं। जांच जारी है और बीएसए के खिलाफ सबूत इकट्ठा किया जा रहा है। एक दिन पूर्व पुलिस गिरफ्त में आए शिक्षा विभाग के लिपिक से घंटों पूछताछ के दौरान बीएसए व दो अन्य शिक्षकों के खिलाफ कई महत्वपूर्ण जानकारी मिली है। इस आधार पर पुलिस रिपोर्ट तैयार कर रही है। जांच कर रहे अपर जिलाधिकारी रामचंद्र ने बताया कि गिरफ्तार लिपिक बृजभूषण पांडेय पर शिक्षामित्र बनाने के नाम पर एक व्यक्ति राजेश से 40 हजार रुपये लेने का आरोप है। इससे संबंधित प्राथमिकी भी दर्ज है, लेकिन सबसे बड़ा मसला सहायक अध्यापक बने शिक्षामित्रों का है, जिनमें शिक्षा विभाग के बड़े अधिकारी के फर्जी हस्ताक्षर से तबादले का आदेश दिया गया। उन्होंने बताया कि बृजभूषण की आलमारी से 80 व एक अन्य लिपिक के पास से ऐसे 13 मामले सामने आए हैं। ऐसे मामले डिस्पैच रजिस्टर से खुले हैं जिनमें मानक को नजरंदाज कर फर्जी कागजात के जरिए तबादला किया गया है। इसमें जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी पर भी शिकंजा कसा जाना तय बताया जा रहा है।

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