पूरी तैयारी के बाद भी नहीं लगी एसएमएस से हाजिरी

जागरण संवाददाता, आगरा: परिषदीय विद्यालयों में बच्चों की सही उपस्थिति और शिक्षकों की लेटलतीफी को बंद करने के लिए एसएमएस से हाजिरी दर्ज कराने की शासन की योजना पूरी तैयारी के बाद भी परवान नहीं चढ़ सकी।
वर्तमान शैक्षिक सत्र की शुरुआत से शासन ने विद्यालयों में हाजिरी एसएमएस के जरिए लगवाने की व्यवस्था की थी। शासन की प्राथमिकता के चलते प्रशासन ने इसे गंभीरता से लिया। परिषदीय विद्यालयों में पढ़ने वाले सभी बच्चों का डाटा सॉफ्टवेयर में फीड किया गया। इसके तहत शिक्षकों को विद्यालय शुरू होने के आधे घंटे में अनुपस्थित बच्चों की जानकारी एसएमएस के जरिए भेजनी थी। आधे घंटे में जानकारी न भेजने पर शिक्षकों को अनुपस्थित मान जाता। इस व्यवस्था का शिक्षकों ने भी विरोध किया था, लेकिन शासन के निर्देश के चलते डाटा फीड किया गया। नए सत्र से पहले इसका ट्रायल भी हुआ था। शिक्षकों को इसकी ट्रेनिंग भी दी गई थी। ये सब कवायद होने के बाद भी विभाग इस व्यवस्था को लागू नहीं कर सका। विद्यालयों में पुराने तरीके से उपस्थिति दर्ज हो रही है। शिक्षक भी अपने हिसाब से विद्यालय पहुंच रहे हैं। बीएसए दिनेश यादव का कहना है कि व्यवस्था लागू होने में क्या परेशानी हुई इसकी जानकारी नहीं है। पता कर इसे लागू कराया जाएगा।
डाटा में बदलाव न होना भी रहा वजह

इस व्यवस्था के लागू न होने में एक तकनीकी खामी भी सामने आई है। विभाग ने छात्रों का डाटा फीड पिछले शैक्षिक सत्र के हिसाब से कराया था, जबकि डाटा का प्रयोग नए सत्र से होना था। ऐसे में छात्र अगली कक्षा में पहुंच गए, लेकिन डाटा में ये अपडेट नहीं हुआ। शुरुआत में इस तकनीकी दिक्कत को सही कराने की बात कही गई थी।
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