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26 अप्रैल के आदेश का असली मतलब , UPTET 100% में 80% इन पदों पर हमारा हक है बाकी में सब है अतः न्यायालय हमे ही ये पद देने जा रहा है समझे कैसे

प्रिय साथियों नमस्कार !!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!! मैं देख रहा हूँ आप सभी 26 अप्रैल के आदेश को देख कर उसका असली मतलब ही नही समझ पा रहे है ।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।। न्याय इतना शानदार होने जा रहा है कि हम पूरी जिंदगी आदर्श गोयल और यू 0 यू0 ललित जी की सराहना करेंगे
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।।।।। 2. दरअसल अतिशय उलझी हमारी भर्ती को आराम से सुलझाने के लिए जज साहब अब मेरिट पर बहस करा रहे है ।।।।।।।
।।।।।।।।।।।।।।मेरिट पर बहस का अर्थ यह है कि ये जितने भी विवादित पद है और जितने भी दावेदार है चाहे वो शिक्षामित्र हो बी0टी0सी0 हो टेट हो अकादमिक हो उनमे इन पदों के लिए सबसे ज्यादा योग्य कौन है सबसे ज्यादा लम्बी लड़ाई किसने लड़ी है तो ये निर्विवाद रूप से सत्य है कि इन पदों के लिए सबसे योग्य लड़के बी0एड0टेट 2011 पास अभ्यर्थी है और कोर्ट ने टेट अकादमिक के विवाद को खत्म करते हुए कहा है कि टेट और अकादमिक मेरिट दोनों के पक्षधर योग्य है क्यों कि दोनों ने ncte की टेट परीक्षा पास की है ।।।।।।।।।। न्यायालय दोनों विज्ञापनों के विज्ञापित पदो को भरवाना चाहता है उसके बाद शिक्षामित्र को हटाने के बाद खाली हुए पद भी आप के है 2 मई को सभी टेट पास 82 से 90 तक का चयन होने जा रहा है यही न्याय है ।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।
उसके बाद जो भी पद बचेंगे वो बी0टी0सी0 और अन्य योग्य लोगो को मिलेंगे।।।।।।।
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