घमासान: नौकरी जाने के सदमे से शिक्षामित्र के पति की मौत, हड़ताल जारी: योगी के बयान पर भड़के प्रदर्शनकारी

सुप्रीम कोर्ट के फैसले से आहत शिक्षा मित्रों का आंदोलन लगातार पांचवें दिन भी जारी है। प्रदेशभर में सैकड़ों शिक्षा मित्र धरना प्रदर्शन कर रहे हैं। लखीमपुर में समायोजित शिक्षामित्र के पति की मौत हो गई है।
मितौली ब्लॉक के देउवापुर में तैनात थी शिक्षामित्र संतोष कुमारी शाम को जिला मुख्यालय पर धरना प्रदर्शन से लौटी थी। देर रात उनके पति संजय की हालत बिगड़ गई। संतोष ने कहा कि नौकरी जाने से उनके पति सदमे में थे। मृतक के परिजानों के मुताबिक उसकी मौत सदमे की वजह से हुई है।  वहीं अब तक इस प्रदर्शन के दौरान तीन शिक्षामित्रों की मौत हो चुकी है।
शिक्षामित्रों ने हिमांशु राणा का पुतला फूंका। हिमांशु राणा सुप्रीम कोर्ट में याचिकाकर्ता हैं।  हिमांशु राणा ने ही सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल कर शिक्षामित्रों की शिक्षक पद पर नियुक्ति को चुनौती दी थी।

कानपुर में आज शिक्षामित्र घेर सकते हैं राष्ट्रपति का आवास
कानपुर  में राष्ट्रपति रामनाथ कोविन्द के दयानंदविहार निवास में आज हजारों की सांख्य में शिक्षामित्र करेंगे धरना प्रदर्शन । मौके पर भारी पुलिस बल मौजूद।सभी शिक्षामित्र दोपहर एक बजे तक बुद्ध पार्क में एकत्र होकर  राष्ट्रपति आवास की तरफ कूंच करेंगे। शिक्षामित्रों की योजना को विफल करने के लिए बुद्धा पार्क और राष्ट्रपति लेन दयानंद विहार को चारों तरफ पुलिस ने तगड़ी घेराबंदी कर दी है। शिक्षामित्रों को बुद्धा पार्क से आगे नहीं बढ़ने की योजना बनाई गई, इसीलिए पुलिस अभी शिक्षामित्रों को बुद्धापार्क जाने से नहीं रोक रही है।

धर्म परिवर्तन की चेतावनी
सीतापुर में शिक्षा मित्रों ने विकास भवन परिसर स्थित धरना स्थल पर धरना-प्रदर्शन किया। इस दौरान 40 शिक्षा मित्रों ने शपथ पत्र देकर 14 अगस्त तक समस्याओं का हल न होने पर 15 अगस्त को धर्म परिवर्तन करने की चेतावनी दी।
अनुज, धर्मेद्र पाण्डे, विकास, नीरज वर्मा, रमेश चन्द्र, रामचन्द्र, राम प्रताप, हरिशचन्द्र, अनीता पाल, कमलेश, अंजू वाजपेई आदि 40 शिक्षा मित्रों ने दूसरा धर्म अपना लेने की घोषणा की है। शिक्षा मित्रों का कहना है कि सुप्रीम कोर्ट के फैसले से शिक्षा मित्र परेशान हैं। इसके बावजूद कोई भी हिन्दूवादी संगठन संज्ञान नहीं ले रहा है।

ऐसे में उनके समक्ष धर्म परिवर्तन करने के अलावा कोई विकल्प नहीं बचता। बातते चलें जिले में सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने के बाद से शिक्षा मत्र आंदोलित हैं। फैसला आने के दूसरे दिन उन्होंने बीएसए कार्यालय का घेराव किया था। गुरुवार को शिक्षामित्रों ने हाईवे को एक घंटे तक जाम रखा था। उन्होंने पथराव भी किया था। ऐसे में पुलिस को मजबूरन लाठियां भाजनी पड़ी थी।  शिक्षा मित्रों पर केस भी दर्ज हुआ है।

अमित शाह ने जताई साहनुभूति
समायोजन रद्द करने का फैसला आने के बाद अब भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने शिक्षामित्रों के लिए सहानुभूति जताई है। उन्होंने कहा कि यूपी सरकार इस पूरे मामले पर विचार कर रही है। सरकार सुप्रीम कोर्ट के फैसले से सरकार अलग नहीं जा सकती, लेकिन संगठन और सरकार की सहानुभूति शिक्षामित्रों के साथ है। इनकी समस्या पर विचार किया जा रहा है।' आपको बता दें कि अमित शाह शनिवार से तीन दिन के लिए यूपी दौरे पर हैं।

योगी के बयान पर भड़के
प्रदर्शनकारियों ने कहा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शिक्षामित्रों से अपना स्कूल जॉइन करने की बात कही है। इस पर उन्होंने कहा जब हमारा समायोजन रद्द हो चुका है तो पहले बताओ हम किस पद पर जॉइनिंग करें, कौन सा वेतन या मानदेय मिलेगा।

sponsored links:
ख़बरें अब तक - 72825 प्रशिक्षु शिक्षकों की भर्ती - Today's Headlines