इलाहाबाद : एक बच्चे की पढ़ाई में नगर निगम को हर महीने करीब 62 हजार रुपये खर्च करने पड़ रहे हैं। 42 हजार रुपये शिक्षिका और 20 हजार रुपये चपरासी को हर महीने तनख्वाह दी जा रही है।
ये खुलासा बुधवार सुबह अपर नगर आयुक्त (प्रथम) ऋतु सुहास के दारागंज स्थित नगर निगम के प्राथमिक विद्यालय के निरीक्षण में हुआ। 1अपर नगर आयुक्त सुबह करीब आठ बजे स्कूल का जायजा लेने पहुंचीं। वहां एक बच्चा बरामदे में जमीन पर बिछी दरी पर पढ़ते हुए मिला। थोड़ी दूर पर एक चारपाई भी पड़ी थी। साफ-सफाई भी ठीक नहीं थी। उन्होंने रजिस्टर की जांच की तो वह बच्चा भी किसी दूसरे स्कूल का पाया गया। उसके स्वेटर पर एमएल कांवेंट लिखा था।
शिक्षिका लक्ष्मी से पूछताछ करने पर वह कुछ खास नहीं बता सकी। चपरासी का नाम शबाना परवीन है। दोनों को वेतन निगम ही देता है। अपर नगर आयुक्त ने बताया कि इसकी रिपोर्ट नगर आयुक्त हरिकेश चौरसिया को दी जाएगी। उनके मुताबिक कुछ महीने पहले नगर आयुक्त द्वारा विद्यालय का निरीक्षण करने पर 39 में से 16 बच्चे मिले थे। तब टीचर को कारण बताओ नोटिस जारी करते हुए वेतन रोकने का निर्देश दिया था लेकिन टीचर को वेतन लगातार मिल रहा है। अपर नगर आयुक्त ने विद्यालय को गोद (एडॉप्ट) लेकर फर्नीचर आदि की व्यवस्थाएं कराकर पढन-पाठन का माहौल बनाने की बात कही हैं। विद्यालय के पास मलिन बस्ती भी है। पढ़ाई का माहौल बेहतर होने पर बस्ती के बच्चों को पढ़ने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा।दारागंज स्थित नगर निगम के स्कूल में पढ़ता एक बच्चा।
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ये खुलासा बुधवार सुबह अपर नगर आयुक्त (प्रथम) ऋतु सुहास के दारागंज स्थित नगर निगम के प्राथमिक विद्यालय के निरीक्षण में हुआ। 1अपर नगर आयुक्त सुबह करीब आठ बजे स्कूल का जायजा लेने पहुंचीं। वहां एक बच्चा बरामदे में जमीन पर बिछी दरी पर पढ़ते हुए मिला। थोड़ी दूर पर एक चारपाई भी पड़ी थी। साफ-सफाई भी ठीक नहीं थी। उन्होंने रजिस्टर की जांच की तो वह बच्चा भी किसी दूसरे स्कूल का पाया गया। उसके स्वेटर पर एमएल कांवेंट लिखा था।
शिक्षिका लक्ष्मी से पूछताछ करने पर वह कुछ खास नहीं बता सकी। चपरासी का नाम शबाना परवीन है। दोनों को वेतन निगम ही देता है। अपर नगर आयुक्त ने बताया कि इसकी रिपोर्ट नगर आयुक्त हरिकेश चौरसिया को दी जाएगी। उनके मुताबिक कुछ महीने पहले नगर आयुक्त द्वारा विद्यालय का निरीक्षण करने पर 39 में से 16 बच्चे मिले थे। तब टीचर को कारण बताओ नोटिस जारी करते हुए वेतन रोकने का निर्देश दिया था लेकिन टीचर को वेतन लगातार मिल रहा है। अपर नगर आयुक्त ने विद्यालय को गोद (एडॉप्ट) लेकर फर्नीचर आदि की व्यवस्थाएं कराकर पढन-पाठन का माहौल बनाने की बात कही हैं। विद्यालय के पास मलिन बस्ती भी है। पढ़ाई का माहौल बेहतर होने पर बस्ती के बच्चों को पढ़ने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा।दारागंज स्थित नगर निगम के स्कूल में पढ़ता एक बच्चा।
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