बाराबंकी प्रदेश की बेसिक शिक्षा मंत्री अनुपमा जायसवाल ने कहा प्रधानमंत्री
नरेंद्र मोदी की सरकार ने भ्रष्टाचार को खत्म करने के लिए जो भी नियम बनाए
हैं, उनका शतप्रतिशत अनुपालन किया जा रहा है।
इसी क्रम में विभाग में वरिष्ठ शिक्षक से सहसमन्वयक पद पर समायोजन के दौरान होने वाली साक्षात्कार की प्रक्रिया खत्म होगी। उन्होंने माना कि अभी जिलों में साक्षात्कार किए जाने की बात संज्ञान में आयी है, पर आगे ऐसा नहीं हो पाएगा। पूरे प्रदेश में मेरिट के आधार पर भर्ती प्रक्रिया में पूरी पारदर्शिता बरती जाएगी। बुधवार को पीडब्लूडी गेस्ट हाउस में जागरण संवाददाता से विशेष बातचीत में अनुपमा जायसवाल ने बताया कि बेसिक शिक्षा को पटरी पर लाने की पहली सीढ़ी में योगी सरकार ने कीर्तिमान बना दिया है। भाजपा की सरकार बनने के बाद पहली बार चालू शिक्षा सत्र में सर्वाधिक छात्र संख्या में वृद्धि दर्ज की गई है।
बेसिक शिक्षा मंत्री ने यह स्वीकार किया कि सर्वाधिक बजट वाले इस विभाग का सबसे ज्यादा खर्च वेतन में हो रहा है। अब आवश्यकता विद्यालय परिसरों को सुविधायुक्त बनाया जाए। पठन-पाठन के माहौल में परिसर का विशेष योगदान होता है। इस पर जल्द ही प्लान तैयार कर विद्यालयों को सुविधायुक्त बनाया जाएगा।
प्राथमिक और पूर्व माध्यमिक विद्यालयों के वरिष्ठ शिक्षकों को सहसमन्वयक (एबीआरसी) के पद पर रिक्त स्थानों को पूर्ति करने के लिए समायोजित किया जाता है। इस दौरान योग्यता की मेरिट के अनुसार चयन होता है। चयन होने के बाद साक्षात्कार के दौरान ही पो¨स्टग का खेल चलता है। इस खेल को रोकने के लिए बेसिक शिक्षा मंत्री अनुपमा जायसवाल ने कहा सरकार से तय है कि कोई भी साक्षात्कार नहीं होगा। सहसमन्वयक की भर्ती सीधे मेरिट पर होगी।
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स्टे हटने के बाद होगा समायोजन
बाराबंकी : जिले में लगभग 37 सौ शिक्षक ऐसे हैं, जो समायोजन के दौरान एक विद्यालय से दूसरे विद्यालय में जाएंगे। जिससे एकल विद्यालय और मानक के अनुसार शिक्षक तैनात होंगे। जिले में शुरू से ही मानक को ताक पर रखकर तैनाती की जाती है। बेसिक शिक्षा मंत्री ने ¨चता जताई और कहा कि कोर्ट का स्टे हटने के तत्काल समायोजन की प्रक्रिया निर्धारित नियम पर होगी।
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इसी क्रम में विभाग में वरिष्ठ शिक्षक से सहसमन्वयक पद पर समायोजन के दौरान होने वाली साक्षात्कार की प्रक्रिया खत्म होगी। उन्होंने माना कि अभी जिलों में साक्षात्कार किए जाने की बात संज्ञान में आयी है, पर आगे ऐसा नहीं हो पाएगा। पूरे प्रदेश में मेरिट के आधार पर भर्ती प्रक्रिया में पूरी पारदर्शिता बरती जाएगी। बुधवार को पीडब्लूडी गेस्ट हाउस में जागरण संवाददाता से विशेष बातचीत में अनुपमा जायसवाल ने बताया कि बेसिक शिक्षा को पटरी पर लाने की पहली सीढ़ी में योगी सरकार ने कीर्तिमान बना दिया है। भाजपा की सरकार बनने के बाद पहली बार चालू शिक्षा सत्र में सर्वाधिक छात्र संख्या में वृद्धि दर्ज की गई है।
बेसिक शिक्षा मंत्री ने यह स्वीकार किया कि सर्वाधिक बजट वाले इस विभाग का सबसे ज्यादा खर्च वेतन में हो रहा है। अब आवश्यकता विद्यालय परिसरों को सुविधायुक्त बनाया जाए। पठन-पाठन के माहौल में परिसर का विशेष योगदान होता है। इस पर जल्द ही प्लान तैयार कर विद्यालयों को सुविधायुक्त बनाया जाएगा।
प्राथमिक और पूर्व माध्यमिक विद्यालयों के वरिष्ठ शिक्षकों को सहसमन्वयक (एबीआरसी) के पद पर रिक्त स्थानों को पूर्ति करने के लिए समायोजित किया जाता है। इस दौरान योग्यता की मेरिट के अनुसार चयन होता है। चयन होने के बाद साक्षात्कार के दौरान ही पो¨स्टग का खेल चलता है। इस खेल को रोकने के लिए बेसिक शिक्षा मंत्री अनुपमा जायसवाल ने कहा सरकार से तय है कि कोई भी साक्षात्कार नहीं होगा। सहसमन्वयक की भर्ती सीधे मेरिट पर होगी।
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बाराबंकी : जिले में लगभग 37 सौ शिक्षक ऐसे हैं, जो समायोजन के दौरान एक विद्यालय से दूसरे विद्यालय में जाएंगे। जिससे एकल विद्यालय और मानक के अनुसार शिक्षक तैनात होंगे। जिले में शुरू से ही मानक को ताक पर रखकर तैनाती की जाती है। बेसिक शिक्षा मंत्री ने ¨चता जताई और कहा कि कोर्ट का स्टे हटने के तत्काल समायोजन की प्रक्रिया निर्धारित नियम पर होगी।
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