Wednesday 31 January 2018

शिक्षामित्र रिव्यू पर मा० सुप्रीम कोर्ट ने बहुत गंभीरता से की समीक्षा, लेकिन......!!!

 *प्रिय मित्रों, रिव्यू पर मा०सुप्रीम कोर्ट ने बहुत गंभीरता से समीक्षा किया किन्तु जैसा कि आप सभी लोग जानते हैं कि मा०उच्च न्यायालय से ही अपने केस में उमा देवी प्रकरण अड़चन पैदा करता चला आ रहा है, उमा देवी
प्रकरण पर मा० संविधान पीठ से जो कानून बन चुका है वह संविधान पीठ से ही हल हो सकता है। संविधान पीठ के अतिरिक्त अन्य कोई भी बेंच सुप्रीम कोर्ट के फैसले को पलट नहीं सकता।इसलिए सुप्रीम कोर्ट ने क्यूरेटिव के साथ संविधान पीठ जाने के लिए मार्ग प्रशस्त कर दिया है। यद्यपि कि संविधान पीठ जाने के लिए रिव्यू ही एकमात्र विकल्प था, इसलिए रिव्यू के माध्यम से हम संविधान पीठ अब जा सकेंगे।*
        *उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षामित्र संघ की जितनी भी तारीफ की जाय वह कम है। संघ ने अपनी तरफ से भरपूर प्रयास किया कि यदि सुप्रीम कोर्ट से ही मामला सुलझने का कोई विकल्प शेष हो तो यहीं से सुलझा लिया जाय। संगठन अपनी पूरी लगन व निष्ठा के साथ बहुत परिश्रम करते हुए पूरी मजबूती के साथ लड़ाई को लड़ा और आगे की लड़ाई भी उतनी ही मजबूती व निष्ठा के साथ लड़ा जाएगा। साथियों शिक्षामित्र प्रकरण किसी भी प्रकार से उमा देवी प्रकरण से मेल नहीं खाता है किन्तु जब एक बार अपने केस पर उमा देवी प्रकरण का जो ठप्पा हाई कोर्ट में लग चुका है, वह धब्बा अब वही संविधान पीठ से साफ होगा जिस संविधान पीठ ने उमा देवी प्रकरण पर कानून स्थापित किया है।*
          *प्रिय मित्रों आप लोग किसी भी प्रकार से हताश व निराश न हों। संगठन को इस जटिलता का आभास पूर्व से ही था, इसलिए क्युरेटिव की भी पूरी तैयारी हो चुकी है। सुप्रीम कोर्ट से केस आर्डर मिलते ही क्यूरेटिव संविधान पीठ में दाखिल करने की औपचारिकता अविलम्ब पूरी कर ली जाएगी तथा एक माह के अन्दर उस पर सुनवाई कराते हुए शिक्षामित्र केस के दामन से उमा देवी प्रकरण का धब्बा हटवाने का पूरा प्रयास किया जाएगा। आप लोग धैर्य से काम लेते हुए संविधान पीठ तक की लड़ाई में संगठन का साथ दें तथा उत्साह बढ़ाने का काम करें।*
       *साथियों आप लोगों के ऊपर जो केवल अपनी नौकरी और मान सम्मान बचाने का दबाव है किन्तु संगठन प्रदेश के एक लाख सत्तर हजार शिक्षामित्रों का मान सम्मान वापस दिलाने का भारी दबाव है। इसलिए संगठन पर किसी भी प्रकार के छींटाकसी करने से बचें व संगठन का जोश, हिम्मत व उत्साह बढ़ाने का काम करें, ताकि संगठन पूरे हिम्मत, साहस, जोश व उत्साह से संविधान तक की पूरी लड़ाई को तन्मयता के साथ लड़ सके।*
            धन्यवाद
      राजीव कुमार गुप्ता
   प्रदेश सब को आर्डिनेटर
     उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षामित्र संघ

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