बेसिक शिक्षा विभाग के अध्यापकों की हुई परीक्षा, तो कई टीचरों ने छोड़ दिया एग्जाम, अंग्रेजी के डर से भागे

सुलतानपुर. बेसिक शिक्षा महकमे द्वारा संचालित जिले के 80 विद्यालयों को माडल प्राथमिक विद्यालय के रूप में अंग्रेजी माध्यम से शिक्षा देने के लिए चुना गया है। उक्त अंग्रेजी माध्यम के स्कूलों में पढ़ाने के लिए विभाग द्वारा चयनित शिक्षकों की दक्षता परीक्षा ली जा रही है।
जिसके तहत जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान सुलतानपुर में चार सौ के सापेक्ष कुल 141 शिक्षकों/शिक्षिकाओं ने परीक्षा दी जबकि आवेदन करने वाले 46 शिक्षक अंग्रेजी के भय से परीक्षा देने ही नहीं पहुंचे।

अंग्रेजी का डर...
बताते चलें कि हर विद्यालय के लिए एक प्रधानाध्यापक और चार सहायक अध्यापक के हिसाब से अंग्रेजी माध्यम से शिक्षण कार्य करने वाले कुल 400 शिक्षकों की आवश्यकता थी। जिसके लिए विभाग द्वारा बाकाएदा सूचना निकाल कर इच्छुक शिक्षकों से आवेदनपत्र मांगे गए थे। किन्तु शिक्षकों की अंग्रेजी माध्यम से शिक्षण कार्य में रूचि न होने के कारण या अंग्रेजी भाषा में बेहद ही कमजोर होने के कारण आवेदन नहीं किए गए। चार सौ पदों के सापेक्ष आधे ही आवेदन आये। अब विभाग ने इन आवेदनकर्ताओं के अंग्रेजी ज्ञान को परखने के लिए इनकी दक्षता परीक्षा ली। लेकिन इस परीक्षा में करीब 46 शिक्षकों ने अंग्रेजी के भय से परीक्षा छोड़ दी।

मिलेगी नियुक्ति

परीक्षा देने वाले इन शिक्षकों का जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय पर साक्षात्कार होगा। अब जबकि आवेदन कम आये हैं तो ब्लाकों से अंग्रेजी माध्यम से शिक्षित एवं स्नातक एवं परास्नातक स्तर पर अंग्रेजी विषय धारित योग्य अभ्यर्थियों को चिन्हित करने का कार्य तेजी पर है । जिनको शासनादेश एवं विभागीय निर्देश के क्रम में पहली अप्रैल से अंग्रेजी माध्यम के विद्यालयों के सफल संचालन हेतु बाध्य नियुक्ति प्रदान की जा सकती है। परीक्षा एवं साक्षात्कार में चयनित अभ्यर्थी जहां मनमाफिक विकल्पों की जद में रहेंगे । वहीं बाध्य किये अभ्यर्थी इस सुविधा से अपना सुविधाजनक विद्यालय व ब्लाक छूटने से व्यथित भी हो सकते हैं ।
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