इलाहाबाद : डीएलएड व बीटीसी की संस्कृत विषय की परीक्षा निरस्त हो गई
है। प्रथम सेमेस्टर का इम्तिहान देने वाले करीब दो लाख से अधिक प्रशिक्षुओं
को अब दोबारा परीक्षा देनी होगी। पुनर्परीक्षा के लिए तारीख की घोषणा
परीक्षा नियामक प्राधिकारी सचिव उप्र इलाहाबाद जल्द ही करेंगी।
इम्तिहान
निरस्त होने का कारण प्रथम सेमेस्टर में तीसरे सेमेस्टर के सवाल पूछे गए
थे। 1प्रदेश भर के सभी जिलों के जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान यानि
डायट व निजी कालेजों में बीते एक से दस मई तक डीएलएड व बीटीसी की सेमेस्टर
परीक्षाएं गईं। तीन मई को बीटीसी 2013, 2014, 2015 व डीएलएड 2017 प्रथम
सेमेस्टर के सप्तम प्रश्नपत्र संस्कृत विषय की परीक्षा हुई। जिलों से
अभ्यर्थियों ने शिकायत की कि प्रश्नपत्र तय पाठ्यक्रम पर आधारित नहीं था।
पहले सेमेस्टर में तीसरे सेमेस्टर के प्रश्न आए। ज्ञात हो कि संस्कृत के
प्रश्नपत्र में कुल 18 प्रश्न पूछे गए थे, जो बहुविकल्पीय व लघु व दीर्घ
उत्तरीय थे। यह प्रकरण जांच में सही मिला। परीक्षा नियामक प्राधिकारी सचिव
डा. सुत्ता सिंह ने तीन मई की संस्कृत विषय की परीक्षा निरस्त कर दी है।
जल्द ही दोबारा परीक्षा के लिए तारीख की घोषणा की जाएगी।
प्रतापगढ़ व कानपुर में कंप्यूटर की परीक्षा दोबारा होगी
प्रदेश के प्रतापगढ़ व कानपुर जिले में कंप्यूटर विषय की परीक्षा भी दोबारा
कराई जाएगी। मुख्यालय को मिली रिपोर्ट के अनुसार प्रतापगढ़ के एक परीक्षा
केंद्र पर प्रशिक्षुओं के दो गुटों में जमकर मारपीट हुई जिससे वहां परीक्षा
ठीक से नहीं हो पाई। इसी तरह कानपुर जिले के एक केंद्र पर फ्लाइंग
स्क्वायड को प्रशिक्षुओं ने कमरे में कैद कर दिया था, क्योंकि वह नकल होने
पर नाराज हुए थे। इसका संज्ञान लेकर दोनों जिलों में दोबारा परीक्षा होगी।
यह इम्तिहान इलाहाबाद में ही कराने की तैयारी है।
प्रश्नपत्र निर्माता को नोटिस
परीक्षा नियामक प्राधिकारी सचिव ने जांच में पाया कि संस्कृत विषय के प्रथम
सेमेस्टर में 18 प्रश्नों में से 11 सवाल तीसरे सेमेस्टर के पाठ्यक्रम पर
आधारित थे। प्रश्नपत्र बनाने वालों को नोटिस देकर जवाब मांगा गया है।
उन्हें आगे के लिए डिबार किया जा सकता है।