उप्र लोक सेवा आयोग की ओर से आयोजित की गई एलटी ग्रेड सहायक अध्यापक
परीक्षा में रविवार को एसटीएफ ने बड़ी सफलता हासिल करते हुए सॉल्वर गैंग का
पर्दाफाश किया। एसटीएफ ने टीम वर्क का प्रदर्शन करते हुए गिरोह के सरगना
समेत 51 लोगों को अलग-अलग जिलों में बंदी बनाया।
इनमें सॉल्वर के साथ ही
अभ्यर्थी व बिचौलिये शामिल हैं। एसटीएफ मुख्यालय, लखनऊ की टीम ने 34
अभियुक्तों की गिरफ्तारी की, जबकि इलाहाबाद में 12, मथुरा में एक तथा
कानपुर नगर में चार युवकों को बंदी बनाया गया। गिरोह के सरगना ने स्वीकार
किया कि उसने परीक्षा में अभ्यर्थियों की जगह बैठने के लिए बिहार से सॉल्वर
बुलाये थे। 1एलटी ग्रेड सहायक अध्यापक परीक्षा प्रदेश के रविवार को प्रदेश
के कई जिलों में आयोजित थी। अभ्यर्थियों की बड़ी संख्या को देखते हुए
पुलिस महानिदेशक ओपी सिंह ने उप्र लोक सेवा आयोग और एसटीएफ अधिकारियों के
साथ बैठक कर सॉल्वरों पर निगाह रखने के निर्देश दिए थे। आइजी एसटीएफ अमिताभ
यश ने इस पर एसएसपी अभिषेक सिंह के निर्देश में एक टीम बनाई थी जिसमें
मुख्यालय से एएसपी त्रिवेणी सिंह, डॉ. अरविंद चतुर्वेदी, विशाल विक्रम
सिंह, डीएसपी आलोक सिंह, प्रमेश कुमार शुक्ल व फील्ड इकाइयों में इलाहाबाद
से डीएसपी नवेंदु कुमार, आगरा से श्याम कांत को शामिल किया गया। इस टीम ने
परीक्षा केंद्रों और अभ्यर्थियों पर ध्यान केंद्रित किया तो खुफिया इकाइयों
के जरिये परीक्षा में सॉल्वर बैठाए जाने की सूचनाएं हासिल हुई। ऐसी ही एक
सूचना पर इलाहाबाद में नवेंदु कुमार की टीम ने गिरोह के सरगना ओम सहाय को
गिरफ्तार किया। इसके बाद सूचनाओं का आदान-प्रदान कर लखनऊ, इलाहाबाद, मथुरा
और कानपुर नगर में 51 अभियुक्तों को बंदी बनाया गया।रविवार सुबह इलाहाबाद
में एसटीएफ द्वारा पकड़े गए साल्वर गैंग के सदस्य।
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