UPPSC LT Exam 2018: शिक्षक भर्ती फर्जीवाड़ा में 50 से अधिक गिरफ्तार, ऐसे कराते थे चीटिंग

UPPSC LT Exam 2018: उत्तर प्रदेश पब्लिक सर्विस कमीशन (UPPSC) द्वारा सहायक अध्यापक प्रशिक्षित स्नातक (एलटी ग्रेड) परीक्षा का आयोजन 29 जुलाई रविवार को राज्य के 1760 परीक्षा केंद्रों पर कराया गया. इस परीक्षा में पेपर लीक करने वाले और धांधली करने वाले वाले गिरोह काफी सक्रीय रहे. यूपी पुलिस ने नौकरी दिलाने वाले फर्जी गैंग और इसमें शामिल 50 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया है. हिरासत में लिए गए लोगों में गिरोह का सरगना, सदस्य, सॉल्वर और उम्मीदवार भी शामिल हैं.

यूपी एसटीएफ ने कहा कि हिरासत में लिए गए आरोपियों के पास से 25 एडमिट कार्ड, 38 प्रश्न पत्र, 4 आधार कार्ड, 43 मोबाइल फोन और  84,850 रुपये कैश जब्त किया गया हैगया है. यूपी पुलिस गैंग के अन्य सदस्यों को दबोचने के लिए राज्य के कई जिलों में दबिश दे रही है. पूछताछ में बताया गया कि उम्मीदवारों से 2 लाख रूपये तक एडवांस और बाकि अमाउंट का पोस्ट डेटेड चेक लिया गया थायूपी एसटीएफ के सीओ नवेन्दु सिंह ने बताया कि नक़ल करने गिरोह की जानकारी सर्विलांस की मदद से मिली और मुखबिरों ने भी जानकारी दी थी कि   एलटी ग्रेड सहायक अध्यापक परीक्षा में असली उम्मीदवार के जगह पर सॉल्वर को बैठाने की योजना है.
14 लाख रुपये में डील
एसटीएफ ने बताया कि सॉल्वर बिहार से बुलाए गए थे. उन्हें एक परीक्षा के  लिए 25 हजार रुपये देना तय था जबकि कैंडिडेट्स को पास कराने के लिए 14-14 लाख रुपये में डील पक्की हुई थी जिसमें दो-दो लाख रुपये एडवांस के तौर पर लिए गए थे.
ऐसे करते थे परीक्षा में फर्जीवाड़ा

एसटीएफ के मुताबिक उम्मीदवारों के एडमिट कार्ड और आधार कार्ड को स्कैन करके उसमें फोटो बदल दिया जाता था. कंप्यूटर साफ्टवेयर की मदद से कैंडिडेट और साल्वर की फोटो मिक्स करके एक फोटो बनाया जाता था ताकि दोनों का चेहरा एक सा लगे और कोई उन्हें पहचान न सके.इसी का फायदा उठाकर सॉल्वर जाकर परीक्षा देता है.

इस परीक्षा का आयोजन 29 जुलाई को राज्य के 39 जिलों में 1760 परीक्षा केंद्र पर किया गया. एलटी ग्रेड शिक्षक के पदों पर भर्ती के लिए कुल 7.63 लाख उम्मीदवारों ने आवेदन किया है. कुल 10,768 पदों में पुरुषों के लिए  5364 पद और महिला उम्मीदवारों के लिए 5404 पद निर्धारित हैं.