शिक्षिका की कॉल डिटेल लापरवाही का राज खोलेगी। इसको लेकर पुलिस फोन कॉल का सीडीआर खंगाल रही है। आरोपी को जेल भेजते हुए शव का पोस्टमार्टम कराया गया है। मेडिकल रिपोर्ट में एक गोली शरीर में मिलने
की पुष्टि हुई है, जबकि दूसरी शरीर के आरपार हो गई है। बता दें कि खैराबाद ब्लाक क्षेत्र के पकरिया प्राइमरी विद्यालय में शिक्षक अमित कौशल ने अपनी ही विद्यायल की सहायक अध्यापिका आराधना राय की गोली मारकर हत्या कर दी थी। क्लास रूम के भीतर हुई वारदात के बाद आरोपी पकड़ा गया। आलाकत्ल भी बरामद हुआ। पुलिस ने जांचको आगे बढ़ाते हुए शिक्षिका के फोन की सीडीआर निकलवाई है। जांच की जा रही है कि घटना से पहले शिक्षिका ने किन किन जिम्मेदारों को फोन से अवगत कराया है।सीओ लहरपुर यादुवेन्द्र का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट से शिक्षिका को दो गोली मारे जाने की पुष्टि हुई है। एक गोली शरीर के आरपार हो गई थी, जबकि दूसरी फंसी रही। जिसे निकालकर साक्ष्य बनाया गया है। शिक्षिका ने घटना को लेकर किसको फोन से सूचना दी, इसको लेकर फोन के सीडीआर की मदद ली जा रही है। पीड़ित पक्ष के बयान दर्जकर आरोपी के विरुद्ध जेल भेजने की कार्रवाई की गई है। अस्पताल और पोस्टमार्टम हाउस में अधिकारी नदारदः इतनी बड़ी वारदात के बाद भी विभागीय अधिकारी गंभीर नहीं दिखे। जिला अस्पताल से लेकर पोस्टमार्टम हाउस तक कोई भी अधिकारी परिवार को सांत्वना देने के लिए नहीं पहुंचा। शिक्षिका आराधना राय के परिजनों ने इसको लेकर रोष व्यक्त किया।
अपने पीछे छोड़ गईं दो मासूमः
लखनऊ के जानकीपुरम थाना क्षेत्र के कुर्सी मार्ग स्थित डीह एच टू सोसाइटी आराधना राय अपने पीछे अक्षत और अक्षत को छोड़ गई हैं। पति प्रदीप राय ने बताया कि घर पर 11 बर्षीय पुत्र के अलावा छह साल की पुत्री भी है.
पहले से किया जा रहा था प्रताड़ितः आराधना के पति प्रदीप राय का कहना है कि अमित कई माह से उसकी पत्नी को परेशान कर रहा था। इसको लेकर आराधना द्वारा स्कूल परिवर्तन करने के लिए उच्चाधिकारियों को अवगत भी कराया गया, लेकिन इसे गंभीरता से नहीं लिया।
शिक्षक का हुआ निलंबन, विभागीय कार्रवाई शुरू: सिधौली कोतवाली क्षेत्र के संतनगर निवासी शिक्षक अमित कौशल के विरुद्ध केस दर्ज होते की विभाग ने निलंबन की कार्रवाई शुरू की। बीएसए अजीत कुमार का कहना विभागीय कार्रवाई शुरू की गई है।
गंभीरता से लें महिला शिक्षकों की समस्याएं:
प्राथमिक शिक्षक संघ के मंत्री आरशध्य शुक्ला ने महिला शिक्षकों की समस्याओं को गंभीरता से लेने के लिए कहा है। इनका कहना है कि पूर्व में मछरेहटा में हुए शिक्षिका आराधना हत्याकाण्ड में सरकार को तैनाती से लेकर नियम भी परिवर्तित करने पड़े थे। घटना के बाद पूरे प्रदेश में रेड, आरेंज और यलो जोन बनाए गए थे। इस नियमावली के परिवर्तन के बाद शिक्षिकाओं को अपने विद्यालय चुनने के अवसर दिए गए थे। वर्तमान में उस नियमावली का पालन नहीं हो रहा है। अगर स्थिति ऐसी ही बनी रही तो घटनाक्रम की संभावनाएं बढ़ सकती हैं।