लखनऊ : यूपी के विश्वविद्यालय व डिग्री कॉलेजों में सोमवार से कक्षाएं लगेंगी। अभी कक्षाओं में 50 प्रतिशत विद्यार्थी ही बुलाए जाएंगे। ऑनलाइन कक्षाओं का भी विकल्प विद्यार्थियों को दिया जाएगा।
अभी तक कैंपस में सिर्फ पीएचडी व परास्नातक (पीजी) साइंस के विद्यार्थियों को ही आने की छूट थी। अब स्नातक (यूजी) के विद्यार्थियों के साथ-साथ पीजी के अन्य संकाय के विद्यार्थियों की भी कक्षाएं शुरू होंगी। उप्र विश्वविद्यालय-महाविद्यालय शिक्षक महासंघ (फुपुक्टा) ने कोरोना की दूसरी वेब के बीच विश्वविद्यालय व कॉलेज कैंपस खोले जाने का विरोध किया है।फुपुक्टा के अध्यक्ष डॉ. वीरेंद्र सिंह चौहान का कहना है कि शादी समारोह में 200 की बजाए 100 लोगों की सीमा तय की जा रही है। विवि कैंपस में भीड़भाड़ बढ़ाकर कोरोना संक्रमण फैलाने के लिए दावत दी जा रही है। अगर संक्रमण बढ़ा और कोई हादसा हुआ तो इसकी जिम्मेदारी कौन लेगा। जब ज्यादा सावधानी बरतने का समय है तो लापरवाही बरती जा रही है। उच्च शिक्षा विभाग की ओर से बीती 17 नवंबर को ही विश्वविद्यालय व कॉलेज कैंपस में कक्षाएं शुरू करने के लिए विस्तृत गाइडलाइन जारी कर दी गई थी। कैंपस में बाहरी लोगों के प्रवेश पर प्रतिबंध रहेगा और कोई भी विद्यार्थी अगर कैंपस में थूकते हुए पकड़ा गया तो अनुशासनात्मक कार्रवाई होगी।