लखनऊ। कर्मचारी शिक्षक समन्वय समिति अपनी मांगों को लेकर 27 अप्रैल को लखनऊ में धरना-प्रदर्शन करेगी। माध्यमिक शिक्षक संघ के कार्यकारी अध्यक्ष व पूर्व विधान परिषद सदस्य हेम सिंह पुंडीर की अध्यक्षता में हुई बैठक में इसकी घोषणा की गई। इस दौरान केंद्र व राज्य सरकार की कर्मचारी शिक्षक, पेंशनर्स, निम्न और
मध्यम आय वर्ग जनमानस के हितों के विपरीत आर्थिक नीतियों व फैसलों पर आक्रोश व्यक्त किया गया। साथ ही सर्वसम्मति से चरणबद्ध आंदोलन का एलान किया। इसकी जानकारी समन्वयक अमरनाथ यादव ने मुख्यमंत्री, मुख्य सचिव व शासन के वरिष्ठ अधिकारी को भेज दी है। इसमें वार्ता के जरिये समाधान की मांग की गई है।प्रवक्ता बीएल कुशवाहा और डॉ. आरपी मिश्रा ने बताया कि चरणबद्ध आंदोलन में अखिल भारतीय राज्य सरकारी कर्मचारी महासंघ के आह्वान पर यूपी में 26 फरवरी को भोजनावकाश के समय आम सभा कर मांगों का समर्थन किया जाएगा। इस बीच जिलों में जागरूकता अभियान, सभाएं, सम्मेलन, सेमिनार व गोष्ठी के माध्यम से कर्मचारियों, शिक्षकों को लामबंद किया जाएगा। संगठनों की जिला शाखाएं जिलाधिकारियों के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजेंगी। माध्यमिक शिक्षक संघ ने पोस्ट कार्ड अभियान का आह्वान किया है। शिक्षक कर्मचारी नेताओं ने कहा कि
बढ़ती महंगाई में सरकार ने कोरोना की आड़ में कर्मचारियों, शिक्षकों व पेंशनर्स का महंगाई भत्ता/महंगाई राहत जनवरी 2020 से जुलाई 2021 तक फ्रीज करके इस अवधि का एरियर जब्त कर लिया है। वर्तमान में 28 प्रतिशत डीए/डीआर है, जो जुलाई में लगभग 32 प्रतिशत हो जाएगा। इसके विपरीत 17 प्रतिशत ही दिया जा रहा है। इस कटौती से फ्रंटलाइन के कोरोना योद्धाओं को भी नहीं छोड़ा गया। जबकि इसी अवधि में टॉप लोन डिफाल्टर पूंजीपतियों का 68,000 करोड़ रुपये सरकार ने माफ कर दिया है।
बैठक में विधान परिषद में शिक्षक दल के नेता एवं आश्वासन समिति के अध्यक्ष सुरेश कुमार त्रिपाठी एम, शिक्षक विधायक ध्रुव कुमार त्रिपाठी, पूर्व शिक्षक विधायक जगवीर किशोर जैन, सुभाष चंद शर्मा और डॉ. प्रमोद कुमार मिश्रा आदि मौजूद थे। बैठक के अंत में पूर्व एमएलसी स्व. ओम प्रकाश शर्मा के योगदान को याद करते हुए दो मिनट का मौन रखकर श्रद्धांजलि दी गई। ब्यूरो