नई दिल्ली: आजाद हिन्द फौज के संस्थापक और महान स्वतंत्रता सेनानी नेताजी सुभाष चंद्र बोस के सम्मान में केंद्र सरकार ने उनके नाम पर देश के एक हजार से ज्यादा आवासीय स्कूलों और छात्रवासों के नामकरण का फैसला
लिया है। यह स्कूल आदिवासी बाहुल्य क्षेत्रों और सुदूर क्षेत्रों में स्थित हैं। फिलहाल इन स्कूलों का संचालन केंद्रीय शिक्षा मंत्रलय के समग्र शिक्षा अभियान के तहत किया जाता है। इससे पहले भी शिक्षा मंत्रलय ने देश के पांच विश्वविद्यालयों में उनके नाम पर पीठ स्थापित करने का फैसला लिया है।शिक्षा मंत्रलय ने यह फैसला तब लिया है, जब नेताजी के 125वें जन्मदिन को सरकार ने साल भर मनाने का फैसला लिया है। साथ ही इसे लेकर प्रधानमंत्री की अगुआई में एक उच्च स्तरीय कमेटी भी गठित की है। इसके साथ सभी मंत्रलयों को उनके सम्मान में कुछ नया करने के लिए भी कहा है। ऐसे में शिक्षा मंत्रलय ने आदिवासी और पहाड़ी क्षेत्रों में बच्चों की बेहतर शिक्षा के लिए बनाए गए स्कूलों को नाम उनके नेताजी के नाम पर करने का निर्णय लिया है।